Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

कांग्रेस ने पूछा- NEET UG मामले में बड़े मगरमच्छों को क्यों नहीं पकड़ा जा रहा

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) NEET UG Scam: कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी' में कथित अनियमितता को लेकर शनिवार को दावा किया कि गुजरात के गोधरा में पेपर लीक होने का मामला स्पष्ट हो चुका है और इसके बावजूद...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
मीडिया से बात करते शक्ति सिंह गोहिल। वीडियो ग्रैब
Advertisement

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा)

NEET UG Scam: कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी' में कथित अनियमितता को लेकर शनिवार को दावा किया कि गुजरात के गोधरा में पेपर लीक होने का मामला स्पष्ट हो चुका है और इसके बावजूद सरकार ने हाई कोर्ट में इस विषय को लेकर झूठ बोला।

Advertisement

गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने यह सवाल भी किया कि नीट मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी क्यों साध रखी है?  मामले में बड़े मगरमच्छों को नहीं पकड़ा जा रहा।

गोहिल ने ‘‘गोधरा की सत्र अदालत में दायर पुलिस के एक हलफनामे'' का हवाला देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसमें बताया गया है कि महाराष्ट्र, ओडिशा और बिहार समेत कई राज्यों से छात्र गोधरा में परीक्षा देने आए थे, क्योंकि यहां उनकी पहले से ही सेटिंग हो गई थी। उन छात्रों से एडवांस में पैसे और ब्लैंक चेक लिए गए। साथ ही, उनसे कहा गया कि वे नीट के लिए फॉर्म भरते समय सेंटर के लिए 'जय जलाराम स्कूल' गुजराती मीडियम का नाम लिखें।''

उन्होंने दावा किया कि पहले से यह सौदा किया गया था कि जब छात्रों को दाखिला मिल जाएगा तो ब्लैंक चेक में राशि भरी जाएगी। गोहिल ने आरोप लगाया, ‘‘पेपर लीक मामले का पहला आरोपी तुषार भट्ट है जो जय जलाराम स्कूल में पढ़ाता है और नीट में परीक्षा केंद्र का ‘‘डिप्टी सुपरिटेंडेंट'' था।

दूसरा आरोपी पुरुषोत्तम महावीर प्रसाद है जो इस स्कूल का प्रधानाचार्य है। इनका काम परीक्षा खत्म होते ही पेपर को बक्से में सील कर तुरंत कूरियर करना था। लेकिन इन्होंने परीक्षा खत्म होने के बाद बक्से खोलकर पेपर में सही उत्तर टिक किए और फिर बक्सों को भेजा।''

उनका कहना है कि इस मामले में 3 लोग और पकड़े गए हैं जिनके नाम परशुराम, विनोद आनंद, आरिफ वाहोरा हैं तथा इनका काम छात्रों के परिवार से पैसे लेने का था। गोहिल ने दावा किया कि आरिफ वाहोरा वहां भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे का उपाध्यक्ष है।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘सरकार ने पेपर लीक मामले में सब जानते हुए भी उच्चतम न्यायालय में झूठ क्यों बोला? पुलिस जांच में सारे सबूत सामने आने के बाद भी शिक्षा मंत्री ने क्यों कहा कि नीट में कोई धांधली नहीं हुई है।

नीट मामले में नरेंद्र मोदी और उनका ट्विटर (एक्स हैंडल) खामोश क्यों है?'' कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया कि ‘‘नीट पेपर लीक'' की जांच में सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़कर, बड़े मगरमच्छों को क्यों छोड़ा जा रहा है?

Advertisement
×