कांग्रेस की मांग नामंजूर, EVM से ही होंगे हरियाणा में निकाय चुनाव
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 11 फरवरी
Haryana Local Body Elections: राज्य चुनाव आयोग ने हरियाणा के निकाय – नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिक चुनाव बैलेट पेपर से करवाने की कांग्रेस की मांग को खारिज कर दिया है। आयोग ने स्पष्ट कहा है कि चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से होंगे।
सोमवार को ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौ़ उदयभान की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह से मुलाकात करके बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी।
कांग्रेस ने ईवीएम मशीनों में धांधली होने के आरोप लगाए थे। इससे पूर्व हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी कांग्रेस ने हार के लिए ईवीएम पर दोष जड़ा था। चार फरवरी को राज्य चुनाव आयोग ने निकाय चुनावों का कार्यक्रम घोषित किया था। इस बार कांग्रेस ने नगर निगम में मेयर के अलावा निगम पार्षदों के चुनाव भी पार्टी सिम्बल पर लड़ने का निर्णय लिया है। वहीं नगर परिषद में चेयरमैन पद का चुनाव पार्टी के चुनाव चिह्न पर लड़ा जाएगा।
पिछले सप्ताह नई दिल्ली में हुई कांग्रेस की बैठक में ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग उठी थी। इसके बाद ही कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। कांग्रेस ने भाजपा शासित उत्तराखंड का हवाला देते हुए कहा कि उत्तराखंड में निकाय चुनाव बैलेट पेपर पर करवाए गए हैं। उसी पैटर्न में हरियाणा में भी ईवीएम के बजाय बैलेट से चुनाव करवाए जाएं। चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन के बाद मंगलवार को आयोग का जवाब पार्टी के पास भेज दिया है।
जिलों में जा चुकी ईवीएम मशीनें
कांग्रेस की ईवीएम में धांधली की आशंका को खारिज करते हुए आयोग ने स्पष्ट किया है कि निकायों के चुनाव ईवीएम से ही होंगे। आयोग की ओर से उन सभी शहरों में ईवीएम मशीनें भेजी जा चुकी हैं, जहां चुनाव और उपचुनाव होने हैं। आयोग की ओर से चुनावों की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इतना ही नहीं, हैदराबाद और बेंगुलरु से आई इंजीनियरों की टीम जिला मुख्यालयों पर पहुंच ईवीएम मशीनों की जांच का काम भी पूरा कर चुकी हैं। इंजीनियरों की टीम द्वारा एनओसी दिए जाने के बाद ही निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों के अनुसार ईवीएम मशीनें भेजी हैं।
चुनाव आयोग पहले दे चुका झटका
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली के आरोप लगाए गए। कांग्रेस के हाई लेवल प्रतिनिधिमंडल ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त से दो बार मुलाकात भी की। आयोग ने कांग्रेस की शिकायत को ना केवल सिरे से खारिज कर दिया था बल्कि ईवीएम में धांधली के आरोपों पर कांग्रेस को खरी-खरी भी सुनाई गई। हरियाणा कांग्रेस के कई नेता और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में ईवीएम को लेकर केस भी दायर कर चुके हैं।
मांग पर ही उठा दिए सवाल
अब हरियाणा चुनाव आयोग ने कांग्रेस की मांग को ही अव्यवहारिक बता दिया है। साथ ही, कहा है कि ईवीएम में किसी तरह की धांधली संभव नहीं है। आयोग ने अपने जवाब में कहा है कि प्रदेश में 4 फरवरी को चुनाव कार्यक्रम घोषित हुआ था।
मंगलवार से नामांकन-पत्र जमा करवाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। ऐसे में इस तरह की मांग करने का कोई औचित्य नहीं है। ईवीएम के फायदे गिनवाते हुए आयोग ने स्पष्ट कहा है प्रदेश में पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव करवा जाएंगे। आयोग के जवाब के साथ ही स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में ईवीएम मशीनों से ही निकायों के चुनाव होंगे।