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Atul Subhash case पर टिप्पणी करते हुए बोलीं कंगना रणौत- 99% शादियों में होती है पुरुषों की गलती

कहा- एक महिला के कारण अन्य महिलाओं को प्रताड़ित करने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता
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संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा सांसद कंगना रणौत। पीटीआई फोटो
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बेंगलुरु/नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी/ट्रिन्यू)

Atul Subhash Case: कर्नाटक के बेंगलुरु में कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने समाज में दहेज कानून के दुरुपयोग पर बहस छेड़ दी है। 9 दिसंबर को अतुल सुभाष नामक ने आत्महत्या कर ली, जिसे उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष द्वारा कथित तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा था।

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अतुल सुभाष की आत्महत्या पर अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रणौत की टिप्पणी सामने आई है। एएनआई से बातचीत में कंगना रणौत ने कहा कि एक महिला के कारण अन्य महिलाओं को प्रताड़ित करने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। 99 प्रतिशत शादियों में पुरुष ही दोषी होते हैं।

कंगना ने कहा, "मैं स्तब्ध हूं। उनका वीडियो बेहद भावुक कर देने वाला है। यह मामला कम्युनिज्म, सोशलिज्म और फेमिनिज्म से प्रभावित है। करोड़ों रुपये की वसूली जो उनकी क्षमता से परे थी, निंदनीय है। हालांकि एक गलत महिला के कारण अन्य दूसरी महिलाओं को प्रताड़ित करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। 99 प्रतिशत शादियों में पुरुषों की गलती होती है।

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बता दें, बेंगलुरु की एक निजी कंपनी में काम करने वाले अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने वैवाहिक जीवन में लंबे समय से तनाव, उसके खिलाफ दर्ज कई मामलों तथा उसकी पत्नी, उसके ससुराल वालों और उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश द्वारा प्रताड़ित किए जाने का विस्तृत विवरण दिया है।

सुभाष के भाई विकास ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि मेरे भाई को न्याय मिले। मैं चाहता हूं कि इस देश में एक ऐसी कानूनी प्रक्रिया हो जिसके जरिए पुरुषों को भी न्याय मिल सके। मैं उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता हूं जो विधिक पद पर बैठे हैं और भ्रष्टाचार कर रहे हैं, क्योंकि अगर यह जारी रहा तो लोग न्याय की उम्मीद कैसे कर पाएंगे।''

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