Canada Firing: तरनतारन की थी फायरिंग में मारी गई छात्रा, मोहॉक कॉलेज में कर रही थी पढ़ाई
चंडीगढ़, 19 अप्रैल (ट्रिन्यू)
Canada Firing: कनाडा के ओंटारियो प्रांत के हैमिल्टन शहर में गोलीबारी की घटना में मारी गई 21 वर्षीय छात्रा हरसिमरत कौर रंधावा पंजाब के तरनतारन जिले के गोइंदवाल साहिब स्थित धुंदा गांव की रहने वाली थी।
हरसिमरत हैमिल्टन स्थित मोहॉक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं। घटना के समय वह बस स्टॉप पर काम पर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थीं, जब वहां से गुजरती एक कार से गोलीबारी हुई और उन्हें गोली लग गई। वह महज दो साल पहले पढ़ाई और बेहतर भविष्य के लिए कनाडा गई थीं।
हरसिमरत के दादा सुखविंदर सिंह ने बताया कि उसका सपना पढ़ाई कर एक सफल जीवन जीने का था, लेकिन कुछ लोगों की अंधाधुंध फायरिंग में वह अपनी जान गंवा बैठीं। जैसे ही गांव में इस हादसे की खबर पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
गांव के सरपंच जसवंत सिंह धुंदा, ठेकेदार मलकीत सिंह और गुरप्रीत सिंह ने भारत सरकार से हरसिमरत का शव भारत लाने में मदद की अपील की है। हैमिल्टन पुलिस के मुताबिक, बुधवार शाम करीब 7:30 बजे गोलीबारी की सूचना मिली। घटनास्थल पर पहुंचने पर हरसिमरत को सीने में गोली लगी हालत में पाया गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पुलिस की जांच में सामने आया कि काली कार में बैठे एक व्यक्ति ने सफेद कार पर गोलियां चलाईं, जिसमें हरसिमरत बीच में आ गईं। यह गोलीबारी दो गाड़ियों के बीच झगड़े का परिणाम थी, लेकिन हरसिमरत निर्दोष दर्शक के तौर पर इसकी चपेट में आ गईं। एक गोली एक नजदीकी घर की खिड़की में भी घुसी, लेकिन घर में कोई घायल नहीं हुआ।
भारत के टोरंटो स्थित वाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “हम हरसिमरत की असामयिक मृत्यु से अत्यंत दुखी हैं। स्थानीय पुलिस के अनुसार वह एक निर्दोष पीड़िता थीं। हम उनके परिवार के संपर्क में हैं और हरसंभव मदद की जा रही है।”