US में बड़ी राजनीतिक हलचल, ट्रंप से टकराव के बीच एलन मस्क का ‘अमेरिका पार्टी’ गठन का एलान
Elon Musk's New Party: टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख मस्क ने ट्रंप के चुनाव अभियान में करोड़ों डॉलर झोंके थे
वॉशिंगटन, 6 जुलाई (एजेंसी)
Elon Musk's New Party: दुनिया के सबसे अमीर शख्स और स्पेस-टेक दिग्गज एलन मस्क ने शनिवार को एक नया राजनीतिक दल 'अमेरिका पार्टी' बनाने का ऐलान कर अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है। मस्क ने यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ चल रहे तीखे मतभेदों के बीच उठाया है।
मस्क ने शनिवार को एक्स पर लिखा, “आज अमेरिका पार्टी की स्थापना की जा रही है ताकि हम आपको आपकी स्वतंत्रता वापस दे सकें।” उन्होंने एक दिन पहले ही एक्स पर लोगों से पूछा था कि क्या अमेरिका को एक नया राजनीतिक दल चाहिए, जिस पर दो तिहाई लोगों ने समर्थन जताया।
यह घोषणा ऐसे समय पर हुई है जब ट्रंप ने शुक्रवार को अपना बहुचर्चित “बिग, ब्यूटीफुल” टैक्स-कट और खर्च विधेयक कानून में बदला, जिसका मस्क ने खुलकर विरोध किया। उन्होंने इस बिल को अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए "बर्बादी का रास्ता" बताया है।
टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख मस्क ने ट्रंप के चुनाव अभियान में करोड़ों डॉलर झोंके थे और उनकी दूसरी अवधि में "डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी" का नेतृत्व किया था, लेकिन अब दोनों के बीच कर और बजट के मुद्दों पर गंभीर मतभेद सामने आ चुके हैं।
ट्रंप ने इस सप्ताह चेतावनी दी कि वह मस्क की कंपनियों को मिलने वाली अरबों डॉलर की सरकारी सब्सिडी रोक सकते हैं। इसके जवाब में मस्क ने कहा कि वे उन सांसदों को हटाने में पैसा खर्च करेंगे जिन्होंने इस बजट विधेयक का समर्थन किया है।
मस्क ने एक्स पर अपने यू-टर्न को स्पष्ट करते हुए कहा, “बाइडेन के कार्यकाल में 2 ट्रिलियन डॉलर के घाटे को ट्रंप ने 2.5 ट्रिलियन कर दिया। इससे देश दिवालिया हो जाएगा।”
मस्क ने स्पार्टन साम्राज्य के पतन का हवाला देते हुए कहा कि वे अमेरिकी "यूनिपार्टी सिस्टम" (यानी रिपब्लिकन और डेमोक्रेट के प्रभुत्व) को तोड़ने के लिए रणनीतिक और केन्द्रित प्रयास करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विभाजन रिपब्लिकन पार्टी के लिए 2026 के मध्यावधि चुनाव में नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि, ट्रंप की लोकप्रियता अब भी 40% से ऊपर बनी हुई है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि एलन मस्क की अमेरिका पार्टी क्या वास्तव में अमेरिकी राजनीति में तीसरा विकल्प बन सकती है या यह सिर्फ एक अरबपति की नाखुशी की प्रतिक्रिया बनकर रह जाएगी।