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सतपाल सांगवान को SDO की नौकरी छुड़वा बंसीलाल लाए थे राजनीति में, हुड्डा ने बनाया मंत्री

Satpal Sangwan: दादरी से दो बार विधायक रहे, 6 चुनाव लड़े थे
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प्रदीप साहू/हप्र, चरखी दादरी, 3 मार्च

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Satpal Sangwan: हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री एवं दादरी से दो बार विधायक रहे व वर्तमान दादरी से भाजपा विधायक सुनील सांगवान के पिता सतपाल सांगवान का निधन हो गया।

बता दें कि 7 जनवरी 1942 को गाव चंदेनी में किसान मांगेराम के घर सतपाल सांगवान का जन्म हुआ था। किसान घर में पैदा होने के बाद बीएससी तक शिक्षा ग्रहण की और सरकारी अध्यापक भी लगे। बाद में वे दूरसंचार विभाग में एसडीओ के पद पर नौकरी मिल गई।

यह भी पढ़ेंः Haryana News: पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान का निधन, आज चंदेनी में होगा अंतिम संस्कार

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने अपने जीवन में चरखी दादरी से 6 बार विधानसभा चुनाव लड़े। हविपा की टिकट पर पहली बार 1996 में चरखी दादरी के विधायक बने थे। विधायक बनने से पहले टेलीफोन एक्सचेंज में एसडीओ के पद पर कार्यरत थे। नौकरी से वीआरएस दिलवा कर पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल इनको राजनीति में लाए थे।

सतपाल सांगवान के परिवार को सांत्वना देते लोग। हप्र

सांगवान चरखी दादरी से हजकां की टिकट पर 2009 में दोबारा विधायक बने और भूपेंद्र हुड्डा सरकार में सहकारिता मंत्री बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर हार गए और 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट कटने पर जजपा से विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में सतपाल सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे। किसान आंदोलन के दौरान सांगवान ने जजपा को अलविदा कह दिया था। बाद में कार्यकर्ता सम्मेलन कर भाजपा में शामिल हो गए थे।

बेटे को लड़वाया चुनाव, बनाया विधायक

भाजपा में शामिल होने के बाद सतपाल सांगवान ने उम्र अधिक होने के कारण स्वयं चुनाव नहीं लड़ा, बल्कि अपने बेटे को अपनी विरासत संभालते हुए राजनीति में उतारा। जिसके चलते भौंडसी, गुरूग्राम के जेल अधीक्षक से वीआरएस लेकर उनके बेटे ने भाजपा ज्वाइन की और विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के टीकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की विधायक बने।

पोते-पोती को सेना में भेजना सपना था

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान का कहना था कि राजनीति करने वाले अपने बच्चों को राजनीति में ही लाते हैं। बावजूद इसके उनका सपना था कि पोते-पोती को देश सेवा के लिए सेना में भेजने का था। उनका पोता मनव सांगवान आर्मी व पोती नव्या सांगवान मेडिकल कौर में कमीशन प्राप्त करके सेना में लेफ्टिनेंट पद पर कार्यरत हैं।

सांगवान ने गुरुग्राम के मेंदाता अस्पताल में ली अंतिम सासं

सतपाल सांगवान बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने आज सुबह करीब 3 बजे अंतिम सांस ली। सोमवार सुबह उनका पार्थिव शरीर चरखी दादरी में उनके निवास स्थान पर पहुंचा और अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। दादरी जिले के उनके पैतृक गांव चंदेनी में ददोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व सीएम बंशीलाल उनको बुलडोजर के नाम से पुकारते थे।

पूर्व मंत्री बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और वे गुरूग्राम के मेंदाता अस्पताल में भर्ती थे। दादरी से वर्तमान विधायक सुनील सांगवान भी अपने पिता की देखभाल के लिए करीब सप्ताह भर से वहीं डटे हुए थे। उम्र अधिक होने व कैंसर फैलने के कारण उनकी हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी जिसके चलते उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और अल सुबह 3 बजे उनका निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा में कई वरिष्ठ राजनीतिक हस्तियां, सामाजिक कार्यकर्ता और हजारों समर्थक शामिल होंगे। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।

कुछ घंटे पहले सीएम नायब सैनी भी मिलने पहुंचे थे

सतपाल सांगवान के बीमार होने की सूचना मिलने पर निधन से कुछ घंटे पहले हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी भी रविवार मेदांता अस्पताल पहुंचे थे और उनका हाल-चाल जाना था। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह और गुरुग्राम भाजपा जिला अध्यक्ष कमल यादव थे।

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