Amritpal Singh Letter: अमृतपाल सिंह के नाम से वायरल पत्र में कई सनसनीखेज दावे, चाचा ने बताया फर्जी
चंडीगढ़, 14 फरवरी
Amritpal Singh Letter: वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के नाम से एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें खालिस्तान के मुद्दे को फिलहाल टालने और पंजाब के हक की लड़ाई को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। पत्र में यह भी दावा किया गया है कि अमृतपाल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई और वह पंजाब के विकास के लिए भाजपा के साथ गठजोड़ करने को तैयार है।
हालांकि, अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह ने इस पत्र को पूरी तरह फर्जी बताते हुए इसे साजिश करार दिया है। सुखचैन सिंह ने कहा कि यह पत्र अमृतपाल की छवि खराब करने के लिए गढ़ा गया है। इस कथित पत्र में कहा गया है कि खालिस्तान के मुद्दे को कुछ समय के लिए छोड़कर पंजाब के हक और अधिक अधिकारों की मांग करनी चाहिए। साथ ही, इसमें पंजाब की राजनीतिक शक्ति बढ़ाने और संविधान के दायरे में रहकर प्रगति की बात कही गई है।
सबसे विवादास्पद हिस्सा पत्र का वह अंश है, जिसमें लिखा गया है कि अगर पंजाब के कल्याण के लिए भाजपा के साथ समझौता करना पड़े तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इसमें सिखों के हितों की रक्षा, 1984 दंगों के दोषियों को सजा दिलाने और जेल में बंद सिख कैदियों की रिहाई को मुख्य मांग बताया गया है। पत्र के अनुसार, कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की हालिया सजा भी इसी रणनीति का हिस्सा है।
अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह ने पत्र को पूरी तरह जाली करार देते हुए कहा कि अमृतपाल किसी भी राजनीतिक पार्टी से गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, न ही उन्होंने प्रधानमंत्री या गृहमंत्री से मुलाकात की है। उन्होंने इसे अमृतपाल की विचारधारा को तोड़ने और सिखों को गुमराह करने की साजिश बताया।
खुफिया एजेंसियां सतर्क
फर्जी पत्र के वायरल होने के बाद पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इस पत्र के पीछे किसका हाथ है, इसकी जांच की जा रही है।