Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

दिल्ली से आने के बाद शिंदे पैतृक गांव रवाना, CM पर फैसला अब रविवार को होने की उम्मीद

शिंदे की जगह को लेकर शिवसेना में अलग-अलग दृष्टिकोण उभर रहे हैं
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

मुंबई, 29 नवंबर (भाषा)

Eknath Shinde: विधानसभा चुनाव के नतीजों के एक हफ्ते बाद अपने उत्तराधिकारी को लेकर जारी असमंजस के बीच महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार सुबह नयी दिल्ली से मुंबई लौटने के बाद सातारा जिले में स्थित अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।

Advertisement

शिंदे ने बृहस्पतिवार देर रात नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा था कि सरकार गठन पर महायुति गठबंधन की अगली बैठक शुक्रवार को मुंबई में होगी। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि निवर्तमान मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख शिंदे पश्चिमी महाराष्ट्र में सतारा जिले स्थित अपने पैतृक गांव दारे जा रहे हैं और बैठक अब रविवार को होने की उम्मीद है।

शिवसेना नेता ने बार-बार कहा है कि वह सरकार गठन में बाधा नहीं बनेंगे और अगले मुख्यमंत्री को लेकर प्रधानमंत्री मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लिए जाने वाले निर्णय का पालन करेंगे। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने वाले महायुति गठबंधन की सबसे बड़ी घटक भाजपा के नेतृत्व वाली अगली सरकार में शिंदे की जगह को लेकर शिवसेना में अलग-अलग दृष्टिकोण उभर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, शिवसेना के कई नेता शिंदे से कह रहे हैं कि अगर भाजपा उन्हें उपमुख्यमंत्री के पद की पेशकश करती है तो वह स्वीकार कर लें। हालाँकि, एक अन्य तबके का मानना ​​है कि ढाई साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने के बाद नंबर-दो का पद स्वीकार करना उनके लिए सही नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा द्वारा विधायक दल के नेता की घोषणा किए जाने के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।''

शिंदे ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान शाह से मुलाकात की थी और राज्य में अगली सरकार के गठन पर चर्चा की थी। निवर्तमान राज्य मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) और अजित पवार (राकांपा) ने भी वरिष्ठ भाजपा नेता से मुलाकात की थी। राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने चर्चा को ‘‘अच्छी और सकारात्मक'' बताया। शिंदे, फडणवीस और पवार ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी।

अगर शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो यह पद शिवसेना में किसी और को मिलेगा: शिरसाट

शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी के प्रमुख एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो यह पद पार्टी से किसी और को दिया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में शिरसाट ने कहा कि शिंदे निश्चित रूप से केंद्रीय मंत्री के तौर पर केंद्र में नहीं जाएंगे।

महाराष्ट्र चुनावों में महायुति गठबंधन के शानदार प्रदर्शन के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि वह अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व के निर्णय का ‘‘पूरी तरह से समर्थन'' करेंगे और इस प्रक्रिया में बाधा नहीं बनेंगे। विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 288 सीट में से 230 सीट जीती। इससे इस बात को लेकर बहस छिड़ गई थी कि क्या शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश की जा सकती है और क्या वह इसे स्वीकार करेंगे।

औरंगाबाद विधानसभा पश्चिम सीट पर अपनी जीत बरकरार रखने वाले शिरसाट ने कहा, ‘‘अगर शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं, तो हमारी पार्टी का कोई और नेता इसे स्वीकार करेगा। वह (शिंदे) शाम तक इस पर फैसला लेंगे।''

बृहस्पतिवार को शिवसेना नेता ने कहा कि शिंदे के महाराष्ट्र की नयी सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करने की संभावना नहीं है। शिरसाट के पार्टी सहयोगी और पूर्व मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा कि पार्टी के निर्वाचित विधायक और पार्टी कार्यकर्ता दृढ़ता से महसूस करते हैं कि शिंदे को नयी सरकार का हिस्सा होना चाहिए। देसाई 2022 से 2024 तक शिंदे के गढ़ ठाणे के संरक्षक मंत्री थे। शिंदे के विशाल प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए देसाई ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र में अगली सरकार का हिस्सा होना चाहिए।

शिंदे, महाराष्ट्र के निवर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने राज्य में सत्ता साझेदारी समझौते पर बातचीत के लिए बृहस्पतिवार रात दिल्ली में शाह और नड्डा से मुलाकात की थी। दिल्ली में इस बैठक के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम एक या दो दिन में (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर) निर्णय लेंगे। हमने चर्चा की है और यह जारी रहेगी। जब हम अंतिम निर्णय लेंगे तो आपको पता चल जाएगा।'' महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 132 सीट, शिवसेना ने 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट जीतीं। महाविकास आघाडी में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 20 सीट, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीट पर जीत दर्ज की।

Advertisement
×