पीयू कौंसिल चुनाव में एबीवीपी ने रचा इतिहास, पहली बार प्रधान पद जीता
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स कौंसिल (पीयूसीएससी) चुनाव में पहली बार एबीवीपी ने अपना प्रधान बनाकर इतिहास रच दिया। बुधवार को हुए चुनाव में कौंसिल प्रधान पद पर गौरव वीर सोहल (3147) ने एबीवीपी से बगावत कर स्टूडेंट फ्रंट से खड़े सुमित कुमार (2660) को 487 मतों से बड़ी शिकस्त दी। वहीं, उप-प्रधान के पद पर कट्टर विचारों वाली पार्टी सत्थ के अश्मीत सिंह (3478) की जीत ने सभी को चौंका दिया। खालड़ा मिशन चलाने वाली पार्टी के उम्मीदवार ने स्टूडेंट फ्रंट यानी टीम सुमित के नवीन कुमार (2828) को 650 मतों से हरा दिया। हालांकि, सचिव पद पर टीम सुमित के अभिषेक डागर (3438) ने एबीवीपी के पैनल से खड़े इनसो के विशेष ढाका (2716) को 722 वोटों के भारी भरकम अंतर से धूल चटा दी।
पिछले साल एनएसयूआई से बगावत कर स्टूडेंट फ्रंट बनाकर कौंसिल प्रधान के पद पर अनुराग दलाल को जिताने वाले सिकंदर बूरा ने इस बार मोहित मंडेरना (3138) को संयुक्त सचिव पद पर जीत दिलाई, जो सोपू पैनल में एचएसए की ओर से खड़े थे। मोहित ने एएसएपी पैनल पर एचपीएसयू की ओर से खड़े आर्यन वर्मा उर्फ युवी को (2820) 318 वोटों के अंतर से शिकस्त दी।
आम आदमी पार्टी के छात्र विंग वाली पार्टी सीवाईएसएस इस बार नये नाम एएसएपी (एसोसिएशन आॅफ स्टूडेंट्स फाॅर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स) से चुनाव मैदान में उतरी थी। एएसएपी से मनकीरत मान को 1184 मत ही मिले, हालांकि एएसएपी से सचिव के लिए चुनाव लड़ीं कोमलप्रीत कौर (1735) ने अवश्य अच्छे-खासे वोट खींचे। पीएसयू ललकार के जोबनप्रीत (फिलॉस्फी) भी अध्यक्ष पर खड़े थे, लेकिन मात्र 198 मत ले पाये। इसी तरह सोई की सीरत (422) की हालत भी खस्ता रही। अध्यक्ष पद के लिए खड़ी अंबेडकर स्टूडेंट्स फ्रंट की नवनीत कौर 136 वोट ले पायीं। सोपू की अरदास कौर (318) उम्मीद से भी कम वोट ले पायीं, जबकि सबसे ज्यादा फूट वाली पार्टी एनएसयूआई के उम्मीदवार प्रभजोत सिंह गिल (1359) का प्रदर्शन भी बहुत अच्छा नहीं रहा।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष गौरव वीर सोहल ने कहा, ‘यह जीत केवल मेरी नहीं, बल्कि पंजाब विश्वविद्यालय के हर उस विद्यार्थी की है, जिसने बदलाव और सकारात्मक राजनीति पर विश्वास जताया।’ मूलत: लुधियाना के रहने वाले गौरव वीर को हरियाणा के खेल व युवा मामलों के मंत्री गौरव गौतम ने पीयू पहुंचकर बधाई दी। पीयू व हरियाणा के छात्रों को संगठित करने का जिम्मा मंत्री गौरव गौतम के
पास था। पेज 7 भी देखें