1.4 अरब लोगों का देश अमेरिका से मक्का भी नहीं खरीद पाएगा
एक बातचीत के दौरान लुटनिक ने से पूछा गया था कि क्या अमेरिका भारत, कनाडा और ब्राजील जैसे महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ बेहद मूल्यवान संबंधों को इन देशों पर लगाए गए शुल्क के जरिए खराब कर रहा है। लुटनिक ने कहा, 'यह रिश्ता एकतरफा है। वे हमें बेचते हैं और हमारा फायदा उठाते हैं। वे हमें अपनी अर्थव्यवस्था से रोकते हैं, जबकि हम उनके लिए पूरी तरह खुले हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'राष्ट्रपति कहते हैं कि निष्पक्ष और आपसी व्यापार।' लुटनिक ने कहा, 'भारत शेखी बघारता है कि उसके पास 1.4 अरब लोग हैं। इतने लोग अमेरिका से एक बुशल (लगभग 25 किलोग्राम) मक्का क्यों नहीं खरीदेंगे? क्या यह बात आपको बुरी नहीं लगती कि वे हमें सब कुछ बेचते हैं और हमारा मक्का नहीं खरीदते? वे हर चीज पर शुल्क लगाते हैं।' उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन देशों से शुल्क कम करने को कहा है। लुटनिक ने कहा, 'यही राष्ट्रपति का मॉडल है, और या तो आप इसे स्वीकार करें या फिर आपको दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता के साथ व्यापार करने में मुश्किल होगी।' ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है। भारत ने अमेरिका के इस कदम को अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया है।
चीन ने टैरिफ़ लगाने के अमेरिकी दबाव को खारिज किया
नयी दिल्ली (ट्रिन्यू) : चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रूस से तेल ख़रीदने वाले देशों पर टैरिफ़ लगाने के जी-7 देशों के अमेरिकी आह्वान को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता और प्रतिबंध उन्हें और जटिल बनाते हैं। वांग ने कहा, चीन संवेदनशील मुद्दों के राजनीतिक समाधान को बढ़ावा देता है।