Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

पंजाब विश्वविद्यालय का 71वां दीक्षांत समारोह, उपराष्ट्रपति ने बांटी डिग्रियां

विधानसभाओं को 'राष्ट्र-विरोधी बयानों द्वारा अपवित्र करना चिंताजनक : धनखड़

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

विवेक शर्मा

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

Advertisement

चंडीगढ़, 7 मार्च

Advertisement

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज 'लोकतंत्र के मंदिरों' विधानसभाओं को 'राष्ट्र-विरोधी बयानों द्वारा अपवित्र किए जाने' पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे 'हमारे राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना को कमजोर करने वाला' करार दिया। उपराष्ट्रपति ने लोकतंत्र और शासन में प्रमुख हितधारकों के रूप में युवाओं से 'ऐसी नापाक प्रवृत्तियों को बेअसर करने' का आह्वान किया। उपराष्ट्रपति एवं पीयू के कुलाधिपति जगदीप धनखड़ ने यह बात पंजाब विश्वविद्यालय के 71वें दीक्षांत समारोह में कही। उन्होंने कहा कि 140 वर्ष से अधिक के इतिहास में पीयू को पहली महिला कुलपति मिली, जो संस्थान को प्रगति के पथ पर ले जा रही है। धनखड़ ने कहा कि आज युवाओं के पास समान अवसर हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि 'सरकारी नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता पर अत्यधिक जोर देने वाले सिस्टम को खत्म करने में विश्वविद्यालयों को महत्वूपर्ण भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कॉरपोरेट्स, उद्योग और व्यापार संघों से 'मिशन मोड में आर्थिक राष्ट्रवाद का पोषण' करने का आग्रह किया।

धनखड़ ने कहा कि किसी विश्वविद्यालय की असली ताकत उसके संकाय और पूर्व छात्रों में निहित है। उपराष्ट्रपति ने पूर्व छात्रों से आगे आकर योगदान की अपील की। उन्होंने कॉरपोरेट्स से नवाचार, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया। उपराष्ट्रपति ने जब संबोधत शुरू किया था तो उन्होंने पंजाब विधानसभा अध्यक्ष की ओर देखते हुए कहा कि आप मुझे कब न्योता दे रहा है, जैसे ही उन्होंने यह बात कही पूरा हाल तालियों से गूंज उठा। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां, पंजाब के शिक्षामंत्री हरजोत बैंस और पीयू की कुलपति प्रोफेसर रेणु विग भी मौजूद थीं।

छात्रों पर छात्राएं पड़ी भारी

कुलपति रेणु विग ने बताया कि छात्रों के मुकाबले छात्राओं को ज्यादा डिग्रियां और गोल्ड मेडल मिले हैं, जैसे ही उप राष्ट्रपति ने यह बात सुनी तो वो काफी देर तक मुस्कुराते रहे। पंजाब यूनिवर्सिटी के 71वें दीक्षांत समारोह में 413 पीएचडी की डिग्रियां बांटी गईं। जिनमें 150 छात्र और 263 छात्राएं हैं। इनके अलावा 357 पोस्ट ग्रेजुएट को डिग्री प्रदान की गई, जिनमें 79 छात्र और 278 छात्राएं शामिल हैं। समारोह में 88 ग्रेजुएट को भी डिग्रियां दी गईं, जिनमें 34 छात्र और 105 छात्राएं थीं। विभिन्न संकायों के पोस्ट ग्रेजुएट के 139 और ग्रेजुएट के 100 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिए गए।

चार को मानद उपाधि से नवाजा

दीक्षांत समारोह में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित चार व्यक्तियों को मानद उपाधियां दी गईं। विभिन्न श्रेणियों में 3 को पीयू रत्न पुरस्कार से नवाजा गया। प्रो. उन्नत पी. ​​पंडित, डॉक्टर ऑफ लॉ, प्रोफेसर बलराम भार्गव डॉक्टर ऑफ साइंस, कृष्ण इला और सुचित्रा इला को मानद उपाधि से नवाजा गया। इसके अलावा डॉ. जेके बजाज को ज्ञानरत्न, बहादुर सिंह चौहान को खेलरत्न व निंदर घुगियानवी, साहित्यरत्न दिया गया।

कुलपति रेणु ने गिनवाई विश्वविद्यालय की उपलब्धियां

पीयू की कुलपति रेणु विग ने बताया किविश्वविद्यालय हर पहलू में उत्कृष्टता के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, चाहे वह ज्ञान की उन्नति हो, नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना हो, आजीवन सीखना हो या सामुदायिक जुड़ाव हो। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में पंजाब यूनिवर्सिटी 1001-1200 ब्रैकेट में है। QS रैंकिंग में पहली बार 148 भारतीय विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया है जो किसी एक देश का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है। भारत ने 133 विश्वविद्यालयों वाले चीन और 96 विश्वविद्यालयों वाले जापान को पीछे छोड़ दिया है। पंजाब यूनिवर्सिटी लगातार चौथे साल क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 301-350 के ब्रैकेट में बनी हुई है।टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में पंजाब यूनिवर्सिटी 601-800 ब्रैकेट में है। सेंटर फॉर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (सीडब्ल्यूयूआर) ने अपनी 2023 रैंकिंग में पंजाब यूनिवर्सिटी को वैश्विक स्तर पर शीर्ष 3.7% विश्वविद्यालयों और भारत में 9वां सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का दर्जा दिया है। नवंबर, 2023 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की एक टीम की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब विश्वविद्यालय के 32 संकाय सदस्य दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में से हैं। भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित ग्लोबल बायो-इंडिया में बायोनेस्ट पंजाब यूनिवर्सिटी को भारत के टियर-II शहरों में सर्वश्रेष्ठ इन्क्यूबेशन सेंटर चुना गया है। वर्तमान में पंजाब विश्वविद्यालय में विभिन्न एजेंसियों से 101 करोड़ की कुल फंडिंग के साथ 276 अनुसंधान परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) की पहल के हिस्से के रूप में 5G यूज़-केस लैब विकसित करने के लिए यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब यूनिवर्सिटी को चुना गया है। यूजीसी ने पंजाबी में वाणिज्य, विज्ञान और कला के लिए स्नातक स्तर पर पुस्तकों के विकास के लिए पंजाब विश्वविद्यालय को नोडल केंद्र के रूप में चुना है। इस कार्य को शुरू करने के लिए पंजाब के विभिन्न कॉलेजों से कुछ लेखकों और संचारकों की पहचान की गई है।

Advertisement
×