गोवा के नाइट क्लब में आग, 25 लोगों की मौत
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा कि इस मामले में क्लब के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया और द्वार प्रबंधक रियांशु ठाकुर शामिल है। सीएम ने उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए हैं, जिन्होंने सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन होने के बावजूद क्लब के संचालन की अनुमति दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि अंदर ‘इलेक्ट्रिक पटाखे' फोड़े गए थे, जिससे आग लगी। उन्होंने यह भी कहा कि क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा पर केस दर्ज किया गया है और इन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने अरपोरा-नागोवा पंचायत के सरपंच को हिरासत में लिया है। सरकार ने अग्निकांड की जांच के लिए समिति गठित की है, जो एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि लोग अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब के भूतल पर फंस गए थे, जिसके कारण अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई।
आग डांस फ्लोर पर लगी : प्रत्यक्षदर्शी
पुलिस ने शुरुआत में कहा था कि आग सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी थी, लेकिन कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि आग क्लब की पहली मंजिल पर लगी थी, जहां पर्यटक नाच रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि जब आग लगी तो कम से कम 100 लोग ‘डांस फ्लोर' पर थे और स्वयं को बचाने के लिए उनमें से कुछ लोग नीचे की ओर रसोईघर में भाग गए जहां वे कर्मचारियों के साथ फंस गए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थानों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
शवगृह के बाहर लगी भीड़
आग के बाद पीड़ितों के रिश्तेदार और परिचित रविवार को एक सरकारी अस्पताल के शवगृह के बाहर अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी मिलने का इंतजार करते रहे। गोवा पुलिस के कर्मी ‘बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में हुई इस घटना के बाद शवगृह में रखे शवों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें से कुछ शव जले हुए हैं।
