हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 26 जून
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक व बजरंग पूनिया ने घोषणा की है कि अब सड़क पर कोई प्रदर्शन नहीं होगा। सीधे अदालत से ‘न्याय’ मांगेंगे। इस संबंध में शीर्ष पहलवानों ने ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार के साथ 7 जून को हुई वार्ता में पहलवानों के साथ किए वायदे के अनुसार महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत पर दिल्ली पुलिस कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। इसलिए अब लड़ाई सड़क के बदले अदालत में लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष न्याय मिलने तक जारी रहेगा। पहलवानों ने इस पर भी संतोष व्यक्त किया कि कुश्ती संघ की चुनाव प्रक्रिया वादे के अनुसार शुरू हो चुकी है। अब वादों पर अमल होने का इंतजार है।
इसी के साथ ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक तथा अंतर्राष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट ने ट्वीट कर बताया कि वे लोग सोशल मीडिया से ब्रेक ले रहे हैं। ब्रेक लेने संबंधी पोस्ट को पिछले कई दिनों से ओलंपिक मेडलिस्ट एवं भाजपा नेता पहलवान योगेश्वर दत्त के साथ सोशल मीडिया पर छिड़े जुबानी दंगल से जोड़कर देखा जा रहा है। एक पहलवान ने बताया कि आरोप-प्रत्यारोप से छवि खराब होने के साथ ही एशियन चैंपियनशिप व विश्व चैंपियनशिप ट्रायल पर भी असर पड़ रहा है। विनेश ने सोशल मीडिया से ब्रेक लेने से पहले एक वीडियो शेयर किया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय पहलवान रजनीश और अमित धनखड़ ने योगेश्वर दत्त पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। जूनियर्स की मदद करने संबंधी योगेश्वर के दावे पर रजनीश ने पुराने संदर्भों का हवाला देते हुए कहा कि जूनियर पर हाथ उठवाया। रजनीश ने कहा कि कमर में इंजरी की बात पर पहले कहा गया कि ठीक होकर चैंपियनशिप में खेलूंगा। मगर ऐन टाइम पर जाने से मना कर दिया। इस भ्रम से दूसरे पहलवान को मौका नहीं मिला। उन्होंने पूछा, तब कहां गई थी जूनियर पहलवानों की मदद वाली बात। इसी तरह के आरोप में अंतर्राष्ट्रीय पहलवान अमित धनखड़ ने भी कहा कि 2014 में कॉमनवेल्थ में भारत के इतिहास में पहली बार बिना ट्रायल टीम बना दी।
उन्होंने कहा कि उनकी प्रबल दावेदारी के बावजूद योगेश्वर का नाम डाल दिया। अमित ने बताया कि वह मामले को कोर्ट ले गए, जीत भी गए, मगर फेडरेशन ने जवाब दिया कि अब तो टाइम निकल गया है।
बृजभूषण के खिलाफ दायर आरोपपत्र की प्रति मांगी
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ दायर आरोपपत्र की प्रति मांगने के लिए सोमवार को दिल्ली की एक अदालत का रुख किया। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) हरजीत सिंह जसपाल ने शिकायतकर्ताओं के वकील को अदालत की प्रतिलिपि इकाई में प्रमाणित प्रति के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया। एसीएमएम कल आरोपपत्र पर विचार करने वाले हैं। वर्तमान मामले के अलावा, एक नाबालिग पहलवान द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के आधार पर पॉक्सो अधिनियम के तहत सिंह के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह उन सात महिला पहलवानों में शामिल थीं जिन्होंने सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।