कोलंबो, 17 जुलाई (एजेंसी)
भारतीय टीम में भले ही कई स्टार खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन उसके युवा खिलाड़ी टी20 विश्व कप टीम में जगह बनाने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं और ऐसे में श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों के छह मैचों की शृंखला रोमांचक होने की संभावना है जिसकी शुरुआत रविवार को पहले एकदिवसीय मैच से होगी। किसी भी अंतरराष्ट्रीय शृंखला में जीत प्रमुख होती है लेकिन इस दौरे में भारत कुछ नये संयोजन आजमा सकता है।
श्रीलंकाई टीम में कोविड-19 के कुछ मामले आने के बाद यह शृंखला पांच दिन देर से शुरू हो रही है। शृंखला में तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। दासुन शनाका पिछले चार वर्षों में टीम में 10वें कप्तान होंगे तथा धनंजय डिसिल्वा और तेज गेंदबाज दुशमंत चमीरा को छोड़कर कोई भी ऐसा खिलाड़ी नजर नहीं आता है जो शिखर धवन की अगुवाई वाली भारतीय टीम को कड़ी चुनौती दे सके। ब्रिटेन दौरे में जैव सुरक्षित वातावरण का उल्लंघन के कारण कुसाल मेंडिस और निरोशन डिकवेला के निलंबन और पूर्व कप्तान कुसाल परेरा के चोटिल होने से श्रीलंका कमजोर पड़ गया है।
भारतीय टीम में पृथ्वी सॉव, धवन, हार्दिक पंड्या और भुवनेश्वर कुमार की ही अंतिम एकादश में जगह पक्की लग रही है। अन्य स्थानों के लिये हालांकि एक से अधिक दावेदार हैं। नंबर तीन के लिये देवदत्त पडिक्कल और रुतुराज गायकवाड़ दावेदार हैं। यह देखना होगा कि क्या सूर्यकुमार यादव की शॉट जमाने की काबिलियत पर भरोसा दिखाया जाता है या मनीष पांडे को निरंतरता दिखाने के लिये मौका दिया जाता है। ऑफ स्पिन विभाग में कृष्णप्पा गौतम हैं और देखना होगा कि क्या उन्हें बायें हाथ के स्पिनर क्रुणाल पंड्या पर प्राथमिकता मिलती है। विकेटकीपर के लिये इशान किशन और संजू सैमसन दावेदार हैं। स्वाभाविक हैं कि ऐसे में टीम प्रबंधन को अगले 11 दिन तक इस तरह के कई सवालों के जवाब ढूंढने होंगे। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजे शुरू होगा।