लुसाने, 11 अक्तूबर (एजेंसी)
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) वार्षिक पुरस्कारों में भारतीय खिलाड़ियों और कोच के पूरे दबदबे पर कुछ देशों की ‘निराशा’ और ‘गुस्से’ से निपटने के लिए एक कार्यसमिति का गठन करेगा। एफआईएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) थियेरी वेल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अगर प्रशंसकों के मत को हटा दें तो भी विजेताओं की सूची पर कोई असर नहीं होगा।
भारतीय खिलाड़ियों और कोच ने बीते बुधवार को एफआईएच वार्षिक पुरस्कारों के सभी प्रमुख वर्गों में जीत हासिल की। इसके बाद ओलंपिक चैम्पियन बेल्जियम ने एफआईएस की मतदान प्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे ‘विफल’ करार दिया। एफआईएच ने कहा कि वह यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि कई संघों ने मतदान में हिस्सा क्यों नहीं लिया। हॉकी जगत के कई लोगों ने सवाल किया कि क्या प्रशंसकों को वैसे पुरस्कार के लिए मतदान करना चाहिए जिसमें खिलाड़ियों की तकनीकी दृष्टिकोण से परख की जाती है। पुरस्कार विजेता हालांकि सिर्फ प्रशंसक ही नहीं बल्कि प्रत्येक मतदान समूह में शीर्ष स्थान पर थे, जिसमें राष्ट्रीय संघ और मीडिया भी शामिल थे।