साल 1904, सेंट लुई, अमेरिका :
- ओलंपिक खेल पहली बार यूरोप से बाहर आयोजित किये गये। इन्हीं खेलों में 3 पदक देने का चलन शुरू हुआ जो अब तक जारी है। तब पहली बार स्वर्ण पदक दिये गये। अमेरिकी जिमनास्ट जार्ज इजर ने कृत्रिम पैर लगाकर इन खेलों में हिस्सा लिया था और तीन स्वर्ण सहित छह पदक अपने नाम किये।
- सेंट लुईस तक पहुंचने की समस्या और रूस-जापान युद्ध के कारण यूरोपीय तनाव की वजह से खेलों में कुल 630 खिलाड़ियों में से 523 अमेरिका के ही थे। अमेरिका ने 239 पदक हासिल किये जो एक ओलंपिक में किसी देश के सबसे ज्यादा पदक हैं।
- तैराकी की स्पर्धायें मैदान पर बनायी गयी कृत्रिम झील में आयोजित की गयीं। दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार इन खेलों में हिस्सा लिया था। उनके 8 खिलाड़ियों में से दो धावक लेन टाऊ और जान माशियानी थे। रेस के दौरान ही लेन टाऊ के पीछे कुत्ते पड़ गये थे जिन्होंने एक मील तक उनका पीछा किया था।
साल 1908, लंदन ओलंपिक
- खेलों का आयोजन तो रोम में होना था लेकिन 1906 में वेसुवियस ज्वालामुखी पर्वत में हुए उग्र विस्फोट से नेपल्स में काफी तबाही हुई और वित्तीय संकट को देखते हुए इन्हें लंदन में आयोजित किया गया। खेल 188 दिन तक चले थे। पहली बार ओलंपिक के लिये विशेष रूप से एक स्टेडियम का निर्माण किया गया था।
- जॉन टेलर पहले अश्वेत ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी बने। वह अमेरिका की चार गुणा 400 मीटर स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। एथलेटिक्स स्पर्धा पहली बार शामिल हुई, रिले को ‘ओलंपिक रिले’ पुकारा गया।
- आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने ‘आस्ट्रालासिया’ के नाम से एक दल के रूप में प्रतिनिधित्व किया।
- लंदन ओलंपिक के दौरान पहली बार खिलाड़ी अपने राष्ट्रीय ध्वज के पीछे परेड में शामिल हुए। इसमें 13 जुलाई 1908 को किंग एडवर्ड सप्तम ने हिस्सा लिया था। मैराथन 195 मीटर तक बढ़ायी गयी थी ताकि यह रेस ‘विंडसर महल’ की नर्सरी की खिड़की से शुरू होकर स्टेडियम के रॉयल बाक्स के सामने समाप्त हो सके। यह 42.195 किमी की दूरी बाद में 1924 ओलंपिक से आधिकारिक दूरी बन गयी।
-नयी दिल्ली /एजेंसी