Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Virat Kohli Retirement : विराट नहीं, तो टेस्ट में जान नहीं... किंग कोहली की रिटायरमेंट पर वॉन का बड़ा बयान

कोहली के बिना नीरस होता टेस्ट क्रिकेट : माइकल वॉन
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

लंदन, 14 मई (भाषा)

Virat Kohli Retirement : टेस्ट क्रिकेट से विराट कोहली के अचानक संन्यास लेने से स्तब्ध इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट के लिए उतना किसी और खिलाड़ी ने नहीं किया जितना भारत के इस स्टार बल्लेबाज ने। कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने अपने कैरियर में 123 टेस्ट में 30 शतक समेत 46 . 85 की औसत से 9230 रन बनाए।

Advertisement

वॉन ने ‘द टेलिग्राफ' में अपने कॉलम में लिखा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वालों में बहुत कम ही ऐसे हैं जिनके जाने से मैं वाकई दुखी हुआ हूं कि अब इसे दोबारा खेलते देखने का मौका नहीं मिलेगा। मैं दुखी हूं कि अब विराट कोहली को इंग्लैंड दौरे पर या आगे सफेद जर्सी में नहीं देख सकेंगे।''

उन्होंने लिखा ,‘‘ मैं स्तब्ध हूं कि वह अभी संन्यास ले रहा है और दुखी भी हूं। मुझे नहीं लगता कि टेस्ट प्रारूप के लिए किसी और बल्लेबाज ने इतना किया है जितना कोहली ने।'' भारत के सफलतम टेस्ट कप्तान कोहली की कप्तानी में भारत ने 68 में से 40 टेस्ट जीते। वॉन ने कहा कि कोहली ने पारंपरिक प्रारूप से लोगों को फिर प्यार करना सिखाया और उनके बिना यह प्रारूप बहुत नीरस होता।

उन्होंने कहा ,‘‘एक दशक पहले जब वह कप्तान बना तो मुझे लगा था कि भारत की टेस्ट क्रिकेट में रूचि कम हो रही है। एम एस धोनी सफेद गेंद के महान खिलाड़ियों में से थे लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसी टेस्ट टीम की कप्तानी की जिसे प्रारूप से प्यार नहीं था। खेल के लिए जरूरी है कि भारत की टेस्ट क्रिकेट में रूचि रहे और बतौर कप्तान विराट ने ऐसा ही किया ।''

वॉन ने लिखा ,‘‘ उनका जुनून, कौशल और टेस्ट क्रिकेट को लेकर उनके विचारों ने काफी सकारात्मक असर डाला। उनके बिना यह प्रारूप बेहद नीरस होता और अपनी अपील खो चुका होता।'' उन्होंने कहा ,‘‘ उसका जाना टेस्ट क्रिकेट के लिए झटका है। उसने आने वाली पीढी को इस प्रारूप से प्यार करना सिखाया। टी20 क्रिकेट के आगमन के बाद से तीनों प्रारूपों की बात की जाए तो वह महानतम क्रिकेटर रहा है।''

Advertisement
×