नयी दिल्ली, 30 सितंबर (एजेंसी)
रूपिंदर पाल सिंह के बाद ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा ने भी युवा खिलाड़ियों के लिये रास्ता बनाने की कवायद में गुरूवार को अंतरराष्ट्रीय हॉकी से तुरंत प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। लाकड़ा के संन्यास की घोषणा हॉकी इंडिया ने ट्विटर पर की। हॉकी इंडिया ने ट्वीट किया,‘मजबूत डिफेंडर और भारतीय हॉकी टीम के सबसे प्रभावी खिलाड़ियों में से एक ओडिशा के स्टार लाकड़ा ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने का फैसला लिया है। हैप्पी रिटायरमेंट बीरेंद्र लाकड़ा।’ लाकड़ा ने बाद में फेसबुक पर लंबी पोस्ट लिखकर कहा ,‘‘ पिछले कुछ सप्ताह से मैं हॉकी में अब तक के अपने सफर पर आत्ममंथन कर रहा था। भारत के लिये खेलना और भारतीय टीम की जर्सी पहनने से ज्यादा खुशी और गर्व मुझे किसी बात से नहीं मिला। अब समय आ गया है कि अगली पीढ़ी के युवा खिलाड़ी भारत के लिये खेलने के अहसास को जी सकें।” उन्होंने आगे कहा,‘पिछले 11 साल में देश के लिये 201 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद मैने भारतीय हॉकी टीम से विदा लेने का फैसला किया है। इतने शानदार खिलाड़ियों के साथ फिर ड्रेसिंग रूम साझा नहीं कर पाने के अहसास की अभी कल्पना भी नहीं कर पा रहा हूं लेकिन मैं उन्हें भारतीय हॉकी को आगे ले जाने के लिये शुभकामना देता हूं चूंकि अगले ओलंपिक तीन साल बाद ही हैं।’ ओडिशा के इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा,‘मैंने भारतीय टीम के लिये खेलते हुए अपने कैरियर में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन ओलंपिक कांस्य पदक जीतने से बढ़कर कुछ नहीं। मुझे लगता है कि अब विदा लेकर नया रास्ता चुनने का सही समय है। इस खेल ने मुझे इतना कुछ दिया है और मेरा जीवन बदल दिया है। मैं आगे भी किसी ना किसी रूप में हॉकी की सेवा करता रहूंगा।” वर्ष के लाकड़ा इंचियोन एशियाई खेल 2014 में स्वर्ण पदक और 2018 जकार्ता खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। उनके संन्यास से पहले ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के सदस्य ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर ने भी युवाओं को रास्ता देने की कवायद में अंतरराष्ट्रीय हॉकी से विदा लेने की चौंकाने भरी घोषणा की।