जकार्ता, 22 मई (एजेंसी) भारत की दूसरी श्रेणी की हॉकी टीम सोमवार को जब यहां एशिया कप में अपने खिताब के बचाव की शुरुआत करने के लिये पहले मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसे कुशलता से दबाव से निपटना होगा। पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में कुछ नये चेहरों को उतारा है तो भारत अनुभवी बीरेंद्र लाकड़ा की अगुआई में अपनी ‘ए’ टीम का प्रतिनिधित्व करेगा। लाकड़ा ने टोक्यो ओलंपिक के बाद संन्यास से वापसी की है। भारत के लिये एशिया कप व्यस्त सत्र से पहले अपनी ‘बेंच स्ट्रेंथ’ को आजमाने का मंच प्रदान करेगा जिसमें बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल और अगले साल एफआईएच विश्व कप शामिल है, जिसके लिये टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ने मेजबान देश के तौर पर पहले ही क्वालीफाई कर लिया है। दूसरी ओर, पाकिस्तान इस टूर्नामेंट से भुवनेश्वर में होने वाले 2023 विश्व कप के लिये क्वालीफाई करने की कोशिश में है। एशिया कप से शीर्ष तीन टीमें सीधे जनवरी में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई कर लेंगी। भारत और पाकिस्तान दोनों ही टीमें तीन तीन बार एशिया कप अपने नाम कर चुकी हैं। भारत ने पिछला चरण 2017 में जीता था और ढाका में हुए फाइनल में उसने मलेशिया को हराया था। भारत की 20 सदस्यीय टीम को पूर्व कप्तान सरदार सिंह कोचिंग दे रहे हैं। पहले टीम की अगुआई तोक्यो पदक विजेता रूपिंदर पाल सिंह को करनी थी जिन्होंने भी संन्यास से वापसी की है, लेकिन कलाई की चोट के कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गये। भारतीय टीम में एक और अनुभवी एसवी सुनील शामिल हैं जिन्होंने भी संन्यास से वापसी की और उन्हें मैदान में काफी चुस्त और फुर्तीला माना जाता है। सुनील चोट के कारण तोक्यो ओलंपिक टीम में शामिल नहीं हो सके थे, वह उपकप्तान होंगे। भारतीय टीम में 10 ऐसे खिलाड़ी हैं जो सीनियर भारतीय टीम में पदार्पण करेंगे जिसमें यशदीप सिवाच, अभिषेक लाकड़ा, मंजीत, विष्णुकांत सिंह और उत्तम सिंह शामिल हैं। ये सभी जूनियर विश्व कप का हिस्सा थे। इनके अलावा टीम में नये खिलाड़ी जैसे मरीस्वारेन साकतिवेल, शेशे गौड़ा बीएम, पवन राजभार, अभरण सुदेव और एस कार्ति शामिल हैं।