मुंबई, 15 दिसंबर (एजेंसी)
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें कभी टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार करने को नहीं कहा जैसा कि बोर्ड ने दावा किया है। आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम चयन से 90 मिनट पहले उन्हें एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाया गया। दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले प्रेस काॅन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान ने सभी कड़े सवालों का जवाब दिया और कहा कि वह सीमित ओवरों की टीम के नए कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के ‘विजन’ का पूरा समर्थन करेंगे…वह समझ सकते हैं कि सीमित ओवरों के अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट न जीत पाने के कारण उन्हें हटाया गया है।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयान के संदर्भ में कोहली ने कहा, ‘जो फैसला किया गया उसे लेकर जो भी संवाद हुआ, उसके बारे में जो भी कहा गया वह गलत है।…8 दिसंबर को टेस्ट शृंखला के लिए चयन बैठक से डेढ़ घंटा पहले मेरे साथ संपर्क किया गया और इससे पहले टी20 कप्तानी को लेकर मेरे फैसले की घोषणा के बाद से मेरे साथ कोई संपर्क नहीं किया गया था।’ कोहली ने कहा, ‘मुख्य चयनकर्ता ने टेस्ट टीम पर चर्चा की, हम दोनों सहमत थे। बात खत्म करने से पहले मुझे बताया गया कि 5 चयनकर्ताओं ने फैसला किया है कि मैं एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कप्तान नहीं रहूंगा, जिस पर मैंने कहा ‘ठीक है, कोई बात नहीं’।…इसके बाद टीम चयन के दौरान हमने इसके बारे में संक्षिप्त में बात की और यही हुआ।’
अगले सवाल पर कोहली और बीसीसीआई पदाधिकारियों के मतभेद सामने आ गए। लेकिन आपने कहा था कि आप सिर्फ 2023 एकदिवसीय विश्व कप तक कप्तान बने रहना चाहते हो? इस पर कोहली ने हंसते हुए पूछा, ‘क्या यह सवाल था?’ इस पर संवाददाता ने दोबारा पूछा, ‘हां, यह सवाल है क्योंकि आपने कहा था कि आप भारत की एकदिवसीय टीम का कप्तान बने रहना चाहते हैं।’ कोहली ने कहा, ‘जब मैंने टी20 कप्तानी छोड़ी तो मैंने पहले बीसीसीआई को अपने फैसले के बारे में बताया और अपना नजरिया रखा।’
‘मैंने कारण बताए कि आखिर क्यों मैं टी20 कप्तानी छोड़ना चाहता हूं और मेरे नजरिए को अच्छी तरह समझा गया। कुछ गलत नहीं था, कोई हिचक नहीं थी और एक बार भी नहीं कहा गया कि आपको टी20 कप्तानी नहीं छोड़नी चाहिए।’ उस समय मैंने कहा था कि हां, टेस्ट और एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में मैं (कप्तान) रहना चाहता हूं जब तक कि पदाधिकारियों और चयनकर्ताओं को लगता है कि मुझे जिम्मेदारी निभाते रहना चाहिए।’
क्या कहा था गांगुली ने : गांगुली ने कहा था कि कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार नहीं करने के कारण चयनकर्ताओं को सीमित ओवरों के प्रारूप में रोहित को एकमात्र कप्तान बनाना पड़ा क्योंकि दो प्रारूपों में दो अलग कप्तान होने से नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता था। ‘हमने विराट से आग्रह किया था कि वह टी20 कप्तानी नहीं छोड़े लेकिन वह कप्तान के रूप में बरकरार नहीं रहना चाहता था। इसलिए चयनकर्ताओं ने महसूस किया कि सीमित ओवरों के दो प्रारूप में दो कप्तान नहीं हो सकते। इससे नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता है।’