सिडनी, 10 जनवरी (एजेंसी)
आस्ट्रेलिया के विरुद्ध रविवार को टेस्ट मैच के चौथे दिन के दूसरे सत्र के दौरान स्क्वायर लेग बाउंड्री पर खड़े सिराज को दर्शकों ने नस्लवादी अपशब्द कहे जिसके बाद सिराज ने इसकी शिकायत की। इस घटना के बाद सभी भारतीय खिलाड़ी मैदान के बीच में एकत्र हो गये। मामले की गनभीरता को देखते हुए सुरक्षाकर्मी दर्शक दीर्घा में गए और अपशब्द कहने वाले व्यक्ति को ढूंढने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने दर्शकों के एक समूह को स्टैंड से जाने को कहा गया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने इस पर माफी मांगी।
दर्शकों के नस्लवादी दुर्व्यवहार से निपटे जाने की जरूरत : अश्विन
अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने रविवार को कहा कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर दर्शकों द्वारा नस्लवादी दुर्व्यवहार कोई नई बात नहीं है और इससे सख्ती से निपटे जाने की जरूरत है। अश्विन ने दिन के खेल के बाद कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने पहले भी सिडनी में नस्लवाद का सामना किया है और युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को लगातार दो दिनों जिस तरह से नस्ली टिप्पणियों का सामना किया उसके लिए ‘निराशा’ ‘बहुत छोटा’ शब्द है। अश्विन ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘देखिए, मैं बताना चाहूंगा। यह ऑस्ट्रेलिया का मेरा चौथा दौरा है। खासकर सिडनी में हमें अतीत में भी इसका सामना करना पड़ा है।’ उन्होंने कप्तान विराट कोहली का नाम लिये बगैर 2011 की घटना का जिक्र किया जब दर्शकों के लगातार दुर्व्यवहार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बीच की अंगुली दिखाने की तस्वीर सुर्खियां बनी थी। उन्होंने कहा, ‘एक या दो बार खिलाड़ियों ने इस पर प्रतिक्रिया दी और वे मुश्किल में फंस गये क्योंकि वे खिलाड़ी हैं। लेकिन दर्शक जिस तरह की टिप्पणी कर रहे थे वह कहीं से सही नहीं था।’
आईसीसी से की बुमराह, सिराज को अपशब्द कहे जाने की शिकायत
इससे पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को अपशब्द कहे जाने की शिकायत आईसीसी से की थी। अश्विन ने कहा, ‘वे अभद्रता कर रहे थे और गालियां भी दे रहे थे। लेकिन इस बार उन्होंने हद पार की और नस्लीय दुर्व्यवहार किया।’ अश्विन ने कहा कि दोनों अंपायर पॉल रिफेल और पॉल विल्सन ने उनसे कहा है कि नस्लवाद की किसी भी घटना की तुरंत जानकारी दे। उन्होंने कहा, ‘जैसा कि हमने पहले ही उल्लेख किया है, हमने कल एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की है और अंपायरों ने भी कहा है कि ऐसा होने पर उन्हें इसकी जानकारी दी जाए।’ टीम के इस वरिष्ठ खिलाड़ी ने कहा कहा, ‘मौजूदा समय और परिस्थितियों में यह स्वीकार्य नहीं है।’ उन्होंने कहा कि बिना किसी हमदर्दी के ऐसे मामलों से सख्ती से निपटने की जरूरत है।
‘यह आपकी परवरिश को दिखाता है’
भारतीय स्पिनर ने कहा, ‘यह आपकी परवरिश को दिखाता है। निश्चित रूप से इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह फिर से नहीं होगा।’ अश्विन ने कहा कि टीम को एडिलेड और मेलबर्न जैसे स्थलों पर नस्लवाद का सामना नहीं करना पड़ा था। उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से, मुझे लगता है कि एडिलेड और मेलबर्न उतने बुरे नहीं थे, लेकिन जैसा मैंने कहा कि यह सिडनी में लगातार होने वाली घटना है। मैंने खुद भी इसका सामना किया है। वे काफी बुरे शब्दों का इस्तेमाल करते है। मुझे नहीं पता वे ऐसा क्यों करते है।’
नस्ली टिप्पणी को लैंगर ने शर्मनाम करार दिया
आस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने यहां तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दौरान कुछ दर्शकों के भारतीय खिलाड़ियों पर नस्ली टिप्पणी करने को शर्मनाक करार दिया। इन दर्शकों को बाद में उनके बर्ताव के लिए सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) से बाहर कर दिया गया। दिन का खेल खत्म होने के बाद इस मुद्दे पर लैंगर से कई सवाल पूछे गए और आस्ट्रेलिया के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने इसके लिए शिक्षा पर जोर दिया। स्वदेशी आदिवासियों को लेकर आस्ट्रेलिया के खराब इतिहास के संदर्भ में लैंगर ने कहा, ‘मैंने अभी-अभी आस्ट्रेलिया के इतिहास पर एक किताब पढ़ी है और पिछले कुछ महीनों में कुछ अच्छे वृत्तचित्र देखे हैं। यह दुखद है, हम स्वयं को शिक्षित कर रहे हैं और इससे आपको काफी दुख होता है कि लोगों को नस्लवाद का सामना करना पड़ रहा है।’