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प्रज्ञानानंदा ने कार्लसन से पहली बार क्लासिकल बाजी जीती

स्टावेंगर (नॉर्वे), 30 मई (एजेंसी) भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने यहां दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ पहली बार क्लासिकल बाजी में जीत दर्ज करते हुए नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में एकल बढ़त बना ली। कार्लसन को रेपिड...

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स्टावेंगर (नॉर्वे), 30 मई (एजेंसी)

भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने यहां दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ पहली बार क्लासिकल बाजी में जीत दर्ज करते हुए नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में एकल बढ़त बना ली। कार्लसन को रेपिड और ऑनलाइन मुकाबलों में हरा चुके 18 साल के प्रज्ञानानंदा पिछले विश्व कप फाइनल में नॉर्वे के इस खिलाड़ी से हार गए थे, लेकिन यहां अंतत: क्लासिकल बाजी में उन्हें 37 चाल में हराने में सफल रहे। इस प्रारूप में कार्लसन और प्रज्ञानानंदा के बीच पिछली तीन बाजियां ड्रॉ रही थीं।

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प्रज्ञानानंदा ने इस जीत के साथ तीन दौर के बाद 5.5 अंक से पुरुष वर्ग में बढ़त बना ली है। प्रज्ञानानंदा ने सफेद मोहरों से खेलते हुए जीत दर्ज की और इस हार के साथ कार्लसन तीन अंक के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर खिसक गए। भारतीय ग्रैंडमास्टर ने अमेरिका के दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना पर आधे अंक की बढ़त बना रखी है। करूआना ने गत विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराया। उनकी क्लासिकल प्रारूप में लिरेन पर यह पहली जीत है। इस हार के साथ लिरेन छह खिलाड़ियों की तालिका में दो अन्य खिलाड़ियों के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं।

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क्लासिकल शतरंज को धीमे शतरंज के रूप में भी जाना जाता है और इसमें खिलाड़ी को चाल चलने के लिए पर्याप्त समय मिलता है और आम तौर पर एक खिलाड़ी के पास कम से कम एक घंटे का समय होता है। प्रज्ञानानंदा की बहन आर वैशाली भी महिला वर्ग में शीर्ष पर चल रही हैं। उनके भी 5.5 अंक हैं।

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