टोक्यो, 25 जुलाई (एजेंसी)
भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद माने जा रहे निशानेबाजों का लगातार दूसरे दिन खराब प्रदर्शन जारी रहा जब मनु भाकर और यशस्विनी सिंह देसवाल टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं। दोनों का यह पहला ओलंपिक है और अपेक्षाओं के दबाव का आखिरी क्षणों में दोनों सामना नहीं कर सकी। दुनिया की दूसरे नंबर की निशानेबाज 19 वर्ष की मनु ने शुरूआत अच्छी की और लग रहा था कि वह शीर्ष 8 में जगह बना लेंगी लेकिन उनकी पिस्टल में तकनीकी खराबी आने का उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा। पहली सीरिज में 98 स्कोर करने के बाद उन्होंने 95,94 और 95 स्कोर किया जिससे शीर्ष 10 से बाहर हो गई। राष्ट्रमंडल खेल और युवा ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता मनु ने पांचवीं सीरिज में 98 स्कोर करके वापसी की कोशिश की लेकिन आखिरी सीरिज में शुरू में दो 10 के बाद 8 और तीन 9 स्कोर से वह पीछे रह गई । उनका स्कोर 575 रहा जबकि फ्रांस की सेलाइन गोबरविले उनसे दो अंक आगे रहकर आठवां और आखिरी क्वालीफिकेशन स्थान हासिल करने में कामयाब रही। पिस्टल में खराबी आने से उनके 5 मिनट भी खराब हुए। वह वापसी करने के बाद 95 का स्कोर ही कर सकी। कट आफ 577 था। वहीं नंबर एक निशानेबाज यशस्विनी खराब शुरूआत के बाद दूसरी सीरिज में 98 स्कोर के साथ लौटी थी जिसमें पांच बार उन्होंने 10 स्कोर किया। उनका कुल स्कोर 94, 98, 94, 97, 96, 95 की सीरिज के बाद 574 रहा। रूसी ओलंपिक समिति की वितालिना बी ने फाइनल में 240.3 के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। बुल्गारिया की एंटोआनेटा के दूसरे और चीन की रैनशिन जियांग तीसरे स्थान पर रही। इससे पहले शनिवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारीवान क्वालीफिकेशन से आगे नहीं बढ़ पायी थीं। सौरभ चौधरी पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल के क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहकर फाइनल में पहुंचे थे लेकिन वहां उन्हें 7वें स्थान से संतोष करना पड़ा था। इस स्पर्धा में अभिषेक वर्मा फाइनल्स के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाये थे।
दीपक और दिव्यांश भी बाहर
भारतीय निशानेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में जारी रहा जिसमें रविवार को यहां पदक के दावेदार माने जा रहे दीपक कुमार और दिव्यांश सिंह पंवार क्रमश: 26वें और 32वें स्थान पर रहकर क्वालीफिकेशन से ही बाहर हो गये। दोनों भारतीय निशानेबाजों की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दीपक ने अकासा रेंज पर पहली सीरिज में 102.9 अंक तथा दिव्यांश ने 102.7 अंक बनाये जिसके बाद उनके लिये वापसी करना आसान नहीं था। दीपक ने आखिर में छह सीरिज में 624.7 अंक और दिव्यांश ने 622.8 अंक बनाये जो फाइनल में पहुंचने के लिये पर्याप्त नहीं था। भारतीय निशानेबाजों ने अन्य खिलाड़ियों की तुलना में कितना खराब प्रदर्शन किया इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहने वाले चीन के हारोन यांग ने 632.7 अंक बनाये जबकि आठवें नंबर के निशानेबाज का स्कोर 629.2 अंक था। क्वालीफिकेशन में चोटी के आठ निशानेबाज ही फाइनल्स में जगह बनाते हैं। दीपक और दिव्यांश असल में किसी भी समय फाइनल्स में जगह बनाने की स्थिति में नहीं दिखे। उनके स्कोर 9.7 से 9.9 के बीच रहे जिससे उनके क्वालीफाई करने की उम्मीदों पर पानी फिरा। इस स्पर्धा में कुल 47 निशानेबाजों ने हिस्सा लिया था।
चीन के यांग ने 632.7 का स्कोर बनाकर ओलंपिक क्वालीफिकेशन का नया रिकार्ड भी बनाया। पिछला रिकार्ड इटली के निकोलो कैंप्रियानी (630.2) का था।