चीबा (जापान), 7 अगस्त (एजेंसी)
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने कजाखस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराकर टोक्यो ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता में पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। सेमीफाइनल में हाजी अलीव के खिलाफ बजरंग को कमजोर रक्षण के कारण हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन शनिवार को उन्होंने रक्षण और आक्रमण का शानदार प्रदर्शन किया। बजरंग ने नियाजबेकोव की एक नहीं चलने दी, जिनसे वह 2019 में विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हार गये थे। बजरंग शुरू से ही दृढ़ इरादों के साथ मैट पर उतरे। उन्होंने पहले पीरियड में 2 अंक बनाये और रक्षण का अच्छा नमूना पेश किया। वह दूसरे पीरियड में अधिक आक्रामक नजर आये, जिसमें उन्होंने 6 अंक हासिल किये।
मुकाबले के बाद बजरंग ने कहा, ‘मैं खुश नहीं हूं। यह वो नतीजा नहीं है जो मैंने हासिल करने के लिए निर्धारित किया था। ओलंपिक पदक जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, लेकिन मैं कांस्य पदक के साथ खुशी से नहीं उछल सकता।’ हरियाणा के पहलवान ने कहा कि खेलों से पहले लगी घुटने की चोट से उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा। बजरंग ने कहा, ‘अगर यह चोट नहीं होती तो शायद मैं अलग तरह से खेला होता। यह निश्चित रूप से एक कारण था।’