टोक्यो, 30 जुलाई (एजेंसी)
आखिरी मिनटों में नवनीत कौर के गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने ‘करो या मरो ‘ के मैच में शुक्रवार को आयरलैंड को 1-0 से हराकर टोक्यो ओलंपिक क्वार्टरफाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखीं। पहले 3 क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नवनीत ने मैच का एकमात्र गोल 57वें मिनट में किया। इससे पहले भारत को मिले 14 पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए। भारत को 3 मैचों में करारी हार के बाद भारत को इस मैच में हर हालत में जीत दर्ज करनी थी लेकिन विजयी गोल के लिये टीम को 57 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। भारतीय खिलाड़ियों ने गोल करने के कई मौके बनाये लेकिन फिनिशिंग तक नहीं ले जा सके। इससे पहले भारत को दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड ने 5-1 से, जर्मनी ने 2-0 और गत् चैम्पियन ब्रिटेन ने 4-1 से हराया। भारत को शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जीतने के साथ गोल औसत भी बेहतर रखना होगा। इसके साथ ही उन्हें दुआ करनी होगी कि शनिवार को ब्रिटेन की टीम आयरलैंड को हरा दे। दोनों पूल से शीर्ष 4 टीमें क्वार्टर फाइनल खेलेंगी। हूटर से 3 मिनट पहले कप्तान रानी रामपाल ने नवनीत के लिये मौका बनाया जिसने मुस्तैदी से गेंद को गोल के भीतर डालते हुए टीम का ओलंपिक अभियान जल्दी खत्म होने से बचा लिया।
भारत ने आक्रामक शुरूआत की और आयरलैंड के गोल पर कई हमले बोले। पिछले तीन मैचों की ही तरह फॉरवर्ड पंक्ति लय तलाशने के लिये जूझती दिखी। पहले हाफ में भारत का पूरी तरह से दबदबा रहा और इस दौरान दस पेनल्टी कॉर्नर बने लेकिन आयरलैंड की गोलकीपर आयशा मैफारेन ने मुस्तैदी से बचा लिया। भारत को पहले क्वार्टर में एक मिनट रहते दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन नतीजा सिफर। दूसरे क्वार्टर में आयरलैंड की टीम ने आक्रामक खेल दिखाया और 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर भी बनाया जिसे भारतीय गोलकीपर सविता ने बचा लिया। हाफटाइम से ठीक पहले भारत ने पांच पेनल्टी कॉर्नर गंवाये । दूसरे हाफ की शुरूआत में मिले तीन पेनल्टी कॉर्नर भी बेकार गए। भारतीयों ने हौसला नहीं छोड़ा और 39वें मिनट में शर्मिला देवी अकेले मिडफील्ड से गेंद लेकर सर्कल में घुस गई लेकिन उनकी रिवर्स फ्लिक हिट को मैकफेरान ने रोक लिया। आखिर में सीटी बजने से तीन मिनट पहले नवनीत के गोल पर भारतीय खेमे और कोच शोर्ड मारिन ने राहत की सांस ली।