टोक्यो, 29 जुलाई (एजेंसी)
आखिरी 2 मिनट में दो गोल करने वाली भारतीय टीम ने रियो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अर्जेंटीना को 3-1 से हराकर टोक्यो ओलंपिक की पुरूष हॉकी स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। पिछले मैच में स्पेन को हराने के बाद भारतीय टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए यह महत्वपूर्ण मुकाबला जीता। अपना पहला ओलंपिक खेल रही भारत की ‘युवा ब्रिगेड’ ने इस जीत में सूत्रधार की भूमिका निभाई और भारत को हॉकी में चार दशक बाद ओलंपिक पदक जीतने के और करीब पहुंचा दिया। भारत के लिये वरूण कुमार ने 43वें, विवेक सागर प्रसाद ने 58वें और हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल दागे।
अर्जेंटीना ने 48वें मिनट में माइको केसेला के गोल के दम पर बराबरी की और 58वें मिनट तक स्कोर बराबर था। इसके बाद भारत ने दो मिनट के अंतराल में दो गोल दागकर साबित कर दिया कि यह टीम निर्णायक मौकों पर दबाव के आगे घुटने टेकने वाली नहीं है। भारत पूल ए में आस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर चल रहा है। भारत को अब 30 जुलाई को आखिरी पूल मैच में मेजबान जापान से खेलना है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 की संघर्षपूर्ण जीत के बाद भारतीयों को आस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 की करारी हार का सामना करना पड़ा था । मनप्रीत सिंह की टीम हालांकि स्पेन पर 3-0 की जीत से वापसी करने में सफल रही। भारत के आठ ओलंपिक स्वर्ण पदकों में से आखिरी पदक 1980 में मास्को ओलंपिक में आया था। पहले हाफ में एक भी पेनल्टी कॉर्नर लेने में नाकाम रही भारतीय टीम को तीसरे क्वार्टर में सात पेनल्टी कॉर्नर मिले जिनमें दो बार रूपिंदर, तीन बार हरमनप्रीत सिंह और एक बार सुमित नाकाम रहे। भारत के लिये पहला गोल 43वें मिनट में वरूण ने तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर किया। भारत ने वीडियो रेफरल पर यह कॉर्नर अर्जित किया और अपना पहला ओलंपिक खेल रहे वरूण ने गोल करने में चूक नहीं की। भारत की यह बढ़त हालांकि ज्यादा देर बरकरार नहीं रही और चौथे क्वार्टर के तीसरे ही मिनट में अर्जेंटीना को मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर माइको केसेला ने बराबरी का गोल दाग दिया।
अर्जेंटीना को 51वें मिनट में फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारत के रिव्यू लेने पर नीदरलैंड के वीडियो अंपायर वान बंजी सियोन ने इसे खारिज कर दिया। तेज हमले करते हुए अर्जेंटीना ने दो मिनट बाद फिर पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन भारतीय गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने मुस्तैदी से इसे बचा लिया। भारत को आखिरी मिनटों में जमकर हमले बोलने का फायदा 57वें मिनट में शानदार फील्ड गोल के जरिये मिला। दिलप्रीत सिंह का शॉट विफल रहने के बाद विवेक ने रिबाउंड पर गोल किया। विवेक का भी यह पहला ओलंपिक और पहला ओलंपिक गोल था। इसके दो मिनट भारत भारत को मिले आठवें पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत ने ड्रैग फ्लिक के जरिये गोल किया ।