यूजीन (अमेरिका), 16 जुलाई (एजेंसी)
मुरली श्रीशंकर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल के लिये क्वालीफाई करने वाले लंबी कूद के पहले भारीय पुरूष एथलीट बन गये हैं। उधर, 3000 मीटर स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले ने प्रतियोगिता के पहले दिन उम्मीद के अनुरूप फाइनल में जगह बनायी। सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीट की सूची में दूसरे स्थान पर रहने वाले श्रीशंकर ने पूरे आठ मीटर की सर्वश्रेष्ठ कूद लगायी, जिससे वह ग्रुप बी के क्वालीफिकेशन दौर में दूसरे और ओवरऑल सातवें स्थान पर रहे। अंजू बॉबी जॉर्ज विश्व चैंपियनशिप लंबी कूद फाइनल्स के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय थी और वह पदक जीतने वाली भी पहली भारतीय हैं, जिन्होंने पेरिस में 2003 चरण में कांस्य पदक जीता था। दो अन्य भारतीय जेस्विन एल्ड्रिन (7.79 मीटर) और मो. अनीस याहिया (7.73 मीटर) फाइनल दौर के लिये क्वालीफाई करने में असफल रहे, दोनों ग्रुप ए में क्रमश: नौंवे और 11वें स्थान पर रहे। स्पर्धा में 8.15 मीटर या दोनों ग्रुप के सर्वश्रेष्ठ 12 एथलीट ने रविवार को होने वाले फाइनल्स के लिये क्वालीफाई किया। श्रीशंकर हालांकि 8.15 के स्वत: क्वालीफाई करने की कूद नहीं लग सके, लेकिन सर्वश्रेष्ठ 12 एथलीट में से एक रहकर फाइनल में पहुंचे। 23 साल का यह एथलीट निरंतर प्रदर्शन कर रहा है, जिन्होंने अप्रैल में 8.36 मीटर की कूद लगायी थी। यूनान के ओलंपिक चैम्पियन मिल्टियाडिस टेंटोग्लू (8.03 मीटर) ग्रुप बी क्वालीफिकेशन में श्रीशंकर से आगे शीर्ष पर रहे। उनके अलावा सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीट में शीर्ष पर रहने वाले स्विट्जरलैंड के सिमोन एहैमर (8.09 मीटर) और क्यूबा के तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मेयेकेल मासो (7.93 मीटर) ने भी फाइनल्स के लिये क्वालीफाई किया।