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मोदी ने पूछा- चूरमा कहां है । नीरज बोले- हरियाणवी घी वाला खिलाऊंगा

प्रधानमंत्री ने पेरिस ओलंपिक जा रहे खिलाड़ियों से की ऑनलाइन बातचीत
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शुक्रवार को ओलंपिक प्रतिभागियों से ऑनलाइन बातचीत करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। - प्रेट्र
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नयी दिल्ली, 5 जुलाई (एजेंसी)

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जुटे खिलाड़ियों से ऑनलाइन बातचीत की। ओलंपियन और विश्व चैंपियन भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा से मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘चूरमा आया नहीं तेरा अभी तक।’ इस पर सकुचाते हुए नीरज ने कहा, ‘सर चूरमा लेकर आयेंगे इस बार। पिछली बार दिल्ली में चीनी वाला चूरमा था लेकिन आपको हरियाणा का देसी घी और गुड़ का चूरमा खिलायेंगे।’ प्रधानमंत्री ने इस पर कहा, ‘मुझे तो तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है।’ पिछली बार टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए मोदी ने अपने आवास पर चोपड़ा को चूरमा और पीवी सिंधू को आइसक्रीम खिलाई थी। रियो ओलंपिक में रजत और टोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू ने कहा, ‘इस बार काफी अनुभव के साथ जा रही हूं और बेहतर पदक लेकर लौटूंगी।’ स्विटजरलैंड में अभ्यास कर रही पैदलचाल खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी से प्रधानमंत्री ने पूछा कि इस बार भी बालकृष्ण को लेकर जा रही हो ना। इस पर गोस्वामी ने कहा, ‘जी हां।’ गोस्वामी ने राष्ट्रमंडल खेलों में 10000 मीटर पैदलचाल में रजत पदक जीतने के बाद पदक लेते समय हाथ में लड्डू गोपाल की मूर्ति ले रखी थी और अपना पदक भी उन्हें समर्पित किया था। प्रियंका ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर मोदी को बधाई दी तो खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने नीरज चोपड़ा को स्वस्थ रहने और चोट से बचने के लिये शुभकामना दी। इससे पहले नीरज ने कहा, ‘इस साल बहुत कम टूर्नामेंट खेला हूं क्योंकि बीच में चोट लग गई थी।’ इस मौके पर पुरुष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि हॉकी का इतिहास काफी गौरवमयी रहा है और कोशिश बहुत अच्छी चल रही है कि टोक्यो के बाद फिर पदक लेकर आयें। सुविधायें बहुत अच्छी मिल रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा, ‘सबसे ज्यादा दबाव हॉकी खिलाड़ियों पर रहता है क्योंकि देश का बच्चा बच्चा सोचता है कि यह हमारा खेल है और इसमें हम कैसे हार रहे हैं। इसमें मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है लेकिन हमें यकीं है कि आप जीतकर आयेंगे।’ पहली बार जाने वाली निशानेबाज रमिता जिंदल से उनके अनुभव के बारे में पूछा। यह भी पूछा कि उनकी ट्रेनिंग कहां हुई या परिवार में कोई और खेल से जुड़ा है या नहीं। पहलवान अंतिम पंघाल ने भी कहा कि वह कुश्ती में पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। भारतीय दल की सबसे युवा सदस्य चौदह साल की तैराक धिनिधि देसिंघु ने भी प्रधानमंत्री से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का वादा किया। चौथी बार ओलंपिक जा रही तीरंदाज दीपिका कुमारी से उन्होंने पूछा कि पहली बार ओलंपिक खेलने वालों को क्या संदेश देंगी। मुक्केबाज निकहत जरीन ने कहा कि देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहती है। खेलो इंडिया से निकले खिलाड़ियों- निशानेबाज सिफत कौर और मनु भाकर ने भी अपने अनुभव साझा किये।

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