पोटचेफ्स्ट्रूम, 9 अप्रैल (एजेंसी)
भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को यहां 3 बार के चैंपियन नीदरलैंड को हराकर पहली बार एफआईएच जूनियर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाने के इरादे से उतरेगी। टूर्नामेंट में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में रहा था जब टीम ने जर्मनी के मोनशेंग्लाबाख में कांस्य पदक जीता था। टूर्नामेंट में अब तक अजय रहे भारत ने वेल्स को 5-1 से हराने के बाद जर्मनी को 2-1 से शिकस्त दी और फिर मलेशिया (4-0) और कोरिया (3-0) को भी हराया। सलीमा टेटे की अगुआई वाली टीम ने अब तक एकजुट प्रयास किया है और सभी विभागों में बेहतर प्रदर्शन किया है। भारतीय अग्रिम पंक्ति ने टूर्नामेंट में अब तक 14 गोल किए हैं और टीम के खिलाफ सिर्फ 2 गोल हुए हैं। युवा स्टार मुमताज खान ने सभी का ध्यान खींचा है। वह टूर्नामेंट में 6 गोल कर चुकी हैं।
कप्तान सलीमा, लालरेमसियामी और शर्मिला के रूप में 3 टोक्यो ओलंपियन के भारतीय टीम में होने से टीम के प्रदर्शन पर सकारात्मक असर पड़ा है। गोलकीपर बिचू देवी करिबम की मौजूदगी में रक्षापंक्ति ने भी अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। भारत के लिए हालांकि नीदरलैंड की चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा। एक अन्य सेमीफाइनल में जर्मनी का सामना इंगलैंड से होगा।