Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

IPL 2025 : RCB की जीत के बाद विराट कोहली का बड़ा बयान-“लोग टी20 में साझेदारी बनाने के महत्व को भूल रहे…”

लोग टी-20 क्रिकेट में साझेदारियों का महत्व भूल रहे हैं : कोहली
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा)

IPL 2025 : भारतीय दिग्गज विराट कोहली ने टी20 क्रिकेट में साझेदारी बनाने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसका महत्व उन पिचों पर और बढ़ जाता है, जहां बड़ा स्कोर बनाना संभव नहीं होता है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा सत्र में पिचें धीमी रही हैं, जिससे बल्लेबाजों को क्रीज पर आते ही आक्रामक रवैया अपनाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

Advertisement

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और दिल्ली कैपिटल्स के बीच रविवार को यहां खेले गए मैच में हालांकि कोहली और लोकेश राहुल ने दिखाया कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से कैसे निपटा जाना चाहिए। कोहली ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल की 10 पारियों में अपना छठा अर्धशतक लगाया, जिससे आरसीबी ने मौजूदा सत्र में घरेलू मैदान से बाहर अपना अजेय क्रम जारी रखा है।

कोहली ने कहा कि इस पिच को देखते हुए यह एक बेहतरीन जीत थी। हमने यहां कुछ मैच देखे और यह विकेट उन मैचों की तुलना में अलग था। जब भी कोई लक्ष्य का पीछा करता है, तो मैं डगआउट से नजर रखता हूं कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे है या नहीं। आसीबी ने जीत के लिए 163 रन का पीछा करते हुए 26 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन कोहली (51) ने कृणाल पंड्या (नाबाद 73) के साथ चौथे विकेट के लिए 84 गेंद में 119 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी।

कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में कहा कि वह परिस्थितियों का आकलन कर उसके अनुसार खेल की अपनी शैली में बदलाव करते हैं। कोहली से जब पूछा गया कि लक्ष्य का पीछा करते समय वह किस तरह से योजना बनाते है तो उन्होंने कहा कि मैं देखता हूं कि टीम को कितना स्कोर करना है, परिस्थितियां कैसी हैं। कौन से गेंदबाज गेंदबाजी करने वाले हैं। कौन से गेंदबाज हैं, जिनके खिलाफ रन बनाना मुश्किल हो सकता है।

उन्होंने कहा कि मैं कोशिश करता हूं कि मैं दौड़कर एक और दो रन लेते रहूं ताकि स्कोर बोर्ड पर रुकावट नहीं आए। लोग इस प्रारूप में साझेदारी के महत्व को भूल रहे हैं और इस टूर्नामेंट में साझेदारी और गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश का अच्छा परिणाम मिल रहा है। कृणाल अपनी पारी की शुरुआत में संघर्ष कर रहे थे लेकिन पिच और परिस्थितियों से तालमेल कायम करने के बाद 9 वर्षों में अपना पहला अर्धशतक लगाने में सफल रहे।

Advertisement
×