Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

बाबा शिवनाथ खेड़ी मेले में दिनेश ने जीती 51 हजार की कुश्ती

वार्षिक मेला : 31 और 21 हजार के कुश्ती मुकाबले बराबरी पर छूटे, कबड्डी में भी िदखा दमखम
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
मंडी अटेली में मेला ग्राम खेड़ी में पहलवानों के हाथ मिलाते आयोजक। -निस
Advertisement

ग्राम खेड़ी में श्रीश्री 1008 बाबा शिवनाथ का वार्षिक मेला धार्मिक श्रद्धा और हर्षोल्लास से मनाया गया। मेले का मुख्य आकर्षण पारंपरिक कुश्ती दंगल रहा, जिसमें विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों से नामी पहलवानों ने दमखम दिखाया। सबसे बड़ी 51 हजार रुपये की कामड़ा कुश्ती में दिनेश गोलिया पहलवान ने तिरुपति के अरुण को हराकर खिताब अपने नाम किया।

इसके अलावा 5100, 7100, 11 हजार और 21 हजार रुपए की कई-कई कुश्तियां करवाई गईं। 31 हजार रुपये की कुश्ती आशीष और सुमित पहलवान के बीच बराबरी पर छूटी, वहीं 21 हजार रुपये की कुश्ती हिमांशु टिकान और उपकार के बीच भी ड्रॉ रही। मेला कमेटी ने बराबरी पर छूटने वाले पहलवानों को भी सम्मानजनक प्रोत्साहन राशि से पुरस्कृत किया। कुश्ती के साथ-साथ कबड्डी प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। इसमें मालवी की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 31 हजार रुपये का इनाम जीता, जबकि जलाना की टीम उपविजेता रही और उसे 21 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। खेलों के अलावा बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए दौड़ प्रतियोगिताएं भी करवाई गईं, जिनमें ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए जिला प्रमुख राकेश, मास्टर अरुण कुमार, गांव के सरपंच सत्यनारायण, मेला कमेटी प्रधान रमेश यादव और उप सरपंच हेमराज सिंह मौजूद रहे।

Advertisement

मेले की शुरुआत बाबा के स्थान पर सत्संग और देसी घी के भंडारे से हुई। बड़ी संख्या में दूर-दराज़ से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने पहुंचे और मिन्नौतियां चढ़ाई। मेले में कलाकार अरुण बोस, मन्नू तंवर और सरिता कश्यप ने बाबा की महिमा का गुणगान कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। आश्रम के महंत चटपटदास ने भक्तों को आशीर्वाद दिया। विशेष बात यह रही कि दो वर्ष पूर्व मेले में विवाद की स्थिति बनने के कारण इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार व उनकी टीम को मेले की सफलता और शांति व्यवस्था के लिए मेला कमेटी और ग्रामीणों की ओर से सम्मानित भी किया गया। गांव के सरपंच सत्यनारायण ने कहा कि यह मेला वर्षों से परंपरा के रूप में मनाया जा रहा है, जो ग्रामीण प्रतिभाओं को सामने लाने और युवाओं में खेल भावना जगाने का माध्यम है।

Advertisement
×