ब्रिसबेन, 15 जनवरी (एजेंसी)
फिटनेस समस्याओं से जूझते भारत के अनुभवहीन गेंदबाजों के प्रभावी प्रदर्शन के बीच मार्नस लाबुशेन ने शानदार शतक जमाकर निर्णायक चौथे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को आस्ट्रेलिया को 5 विकेट पर 274 रन तक पहुंचा दिया। अपने प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस समस्याओं से जूझ रही भारतीय टीम को एक और झटका लगा जब ग्रोइन में दर्द के कारण तेज गेंदबाज नवदीप सैनी मैदान से चले गए। शुरूआती दो विकेट 17 रन पर गंवाने के बाद आस्ट्रेलिया ने लाबुशेन के 108 रन की मदद से मैच में वापसी की। पहले दिन का खेल समाप्त होने पर कप्तान टिम पेन 38 और कैमरन ग्रीन 28 रन बनाकर खेल रहे थे।
आखिरी सत्र में भारतीय टीम को एक गेंदबाज की कमी खली जिसका मेजबान बल्लेबाजों ने फायदा उठाया। आखिरी सत्र में गिरे दोनों विकेट टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले टी नटराजन के नाम रहे जिन्होंने मैथ्यू वेड (87 गेंद में 45 रन) और लाबुशेन को लगातार दो ओवरों में पवेलियन भेजा। इसके साथ ही उन्होंने दोनों के बीच 113 रन की साझेदारी भी तोड़ी। वेड ने शारदुल ठाकुर को कैच थमाया जबकि लाबुशेन विकेट के पीछे कैच देकर लौटे। लाबुशेन ने 204 गेंद में 9 चौकों की मदद से 108 रन बनाये। इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने स्टीव स्मिथ (36) के रूप में बड़ा विकेट लिया।
एक दौरे पर तीनों फॉरमेट में पदार्पण करने वाले पहले भारतीय बने नटराजन
आॅस्ट्रेलिया में नेट गेंदबाज के तौर पर आये तेज गेंदबाज थंगारासु नटराजन शुक्रवार को एक ही दौरे पर तीनों प्रारूपों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए। तमिलनाडु के इस 29 वर्षीय क्रिकेटर को आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और आखिरी टेस्ट में प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण अंतिम एकादश में जगह मिली। उन्होंने दो दिसंबर को कैनबरा में दूसरे एक दिवसीय मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। भारत ने वह मैच 13 रन से जीता था। इसके बाद 3 मैचों की टी20 शृंखला में भी वह भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसमें उन्होंने 6 विकेट लिये थे। भारत ने वह शृंखला 2-1 से जीती। इस तेज गेंदबाज की मां दिहाड़ी मजदूर का काम करती थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ट्वीट किया, ‘सपने पूरे होते है। भारतीय टीम के 300वें खिलाड़ी बने नटराजन के लिए एक आदर्श तिहरा। उनके लिए इससे बेहतर स्थिति नहीं हो सकती थी। नाटू (नटराजन) अब तीनों प्रारूप के खिलाड़ी बन गये है।’