लंदन, 9 मार्च (एजेंसी)
क्रिकेट नियमों के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट करने संबंधी नियम को ‘अनुचित खेल’ श्रेणी से हटा दिया है। इसके साथ ही गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। 2022 संहिता में ये बदलाव अक्तूबर से लागू होंगे।
एमसीसी ने कहा कि गेंद चमकाने के लिए लार का प्रयोग अनुचित माना जाएगा। कोरोना महामारी के कारण आईसीसी ने लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। एमसीसी ने कहा कि उसकी रिसर्च से पता चला है कि गेंद की मूवमेंट पर लार का कोई असर नहीं होता।
दूसरे छोर पर बल्लेबाज के क्रीज से आगे निकल आने के बाद रन आउट करने को लेकर काफी बहस होती रही है और इसे खेलभावना के विपरीत बताया जाता रहा है। भारत के अनुभवी आॅफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन समेत कई खिलाड़ी हालांकि इसे बल्लेबाज को आउट करने का उचित तरीका बताकर इसकी पैरवी करते रहे हैं। सबसे पहले 1948 में इस तरह का वाकया हुआ था, जब भारत के महान खिलाड़ी वीनू मांकड ने आॅस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बिल ब्राउन को दूसरे छोर पर आउट किया था। उन्होंने इससे पहले बल्लेबाज को चेतावनी भी दी थी। आॅस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे ‘मांकडिंग’ करार दिया, लेकिन सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ियों ने इसे मांकड़ के प्रति अपमानजनक बताकर इसका कड़ा विरोध किया था।