2026 T20 World Cup : रोहित शर्मा बने विश्व कप के ब्रांड एंबेसडर, बोले- अब घर से मैच देखने की आदत हो रही है
टी20 विश्व कप के दूत रोहित को खेल से बाहर की चीजों की आदत हो रही है
2026 T20 World Cup : रोहित शर्मा ने 2026 पुरुष टी20 विश्व कप का ब्रांड दूत चुने जाने के बाद धैर्य और हिम्मत दिखाई जो खूबियां लंबे समय तक उनकी बल्लेबाजी और व्यक्तित्व दोनों को दिखाती रही हैं। टी20 अंतरराष्ट्रीय और टेस्ट प्रारूप से संन्यास के कई महीनों बाद भारतीय क्रिकेट के इस 38 साल के दिग्गज ने मंगलवार को कहा कि उन्हें मैच का हिस्सा बनने की जगह घर पर बैठकर टीवी पर मैच देखने की आदत हो रही है।
हालांकि रोहित एकदिवसीय प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे और किसी सक्रिय क्रिकेटर के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की प्रतियोगिता का ब्रांड दूत घोषित होना सामान्य नहीं हैं और इससे वह बहुत सम्मानित महसूस रह रहे हैं। रोहित ने कहा कि मुझे किसी ने बताया कि खेलते समय किसी को भी दूत घोषित नहीं किया गया है इसलिए यह मेरे लिए बहुत बड़ी खुशकिस्मती और सम्मान की बात है। टी20 विश्व कप भारत और श्रीलंका की सह मेजबानी में सात फरवरी से आठ मार्च तक होगा।
रोहित ने 2024 में पिछले टी20 विश्व कप में मौजूदा चैंपियन भारत की कप्तानी की थी और वह सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली टीम से घरेलू दर्शकों के सामने एक और खिताब की उम्मीद कर रहे हैं। रोहित ने कहा कि उम्मीद है कि हमने पिछले साल अलग लड़कों के साथ जो जादू दिखाया था उसे फिर से कर पाएंगे। आईसीसी प्रतियोगिता जीतना बहुत बड़ा काम है और अपने 18 साल के करियर में मैं हाल ही में दो जीतकर खुशकिस्मत रहा हूं। आखिरकार उन ट्रॉफी को जीतना अच्छा लग रहा है। दोनों प्रारूप से दूर जाना आसान नहीं रहा है लेकिन रोहित धीरे-धीरे अपने परिवार के साथ समय बिताकर, ट्रेनिंग करके और सामाजिक कार्यक्रमों में जाकर इसकी आदत डाल रहे हैं।
रोहित ने कहा कि अब तक इन (टी20) विश्व कप में खेलने के बाद दूसरी तरफ बैठकर देखना अलग होता है। मुझे घर पर बैठकर देखने की आदत हो रही है। मुझे पता है कि उन्होंने इतने वर्षों में क्या झेला है। मैं ट्रॉफी नहीं जीत पाने की वजह से साल दर साल होने वाली मुश्किलों के एहसास को समझ सकता हूं। रोहित ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और उन्होंने 32.01 के औसत तथा 140.89 के स्ट्राइक रेट से 4231 रन बनाए हैं। रोहित ने हाल ही में विश्व कप जीतने के लिए भारतीय महिला टीम की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा कि मैं वहां था। यही वह पल होता है जिसके लिए आप जीते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं और मुझे यकीन है कि विश्व कप शुरू होने से पहले बहुत मेहनत की गई होगी। मैं इंग्लैंड के मैच के बाद उनसे पूछ रहा था, कोच अमोल, मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं और बहुत अच्छी तरह समझता हूं और मैं उनसे पूछ रहा था कि क्या वह शांत हैं और जवाब हैरान करने वाला नहीं था। वह बहुत जज्बे वाले हैं। भले ही मैं वहां नहीं था लेकिन इंग्लैंड के मैच के बाद जो हुआ, मैं उसे महसूस कर सकता था। जब उन्होंने ट्रॉफी उठाई तो मैं उसे देखने के लिए वहां था, यह सिर्फ मेरे लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बहुत अच्छा एहसास था।
रोहित ने पिछले साल अमेरिका में भारत की जीत के बाद सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया। इस खिताब से भारतीय टीम का आईसीसी ट्रॉफी का 11 साल का सूखा खत्म हुआ था। उन्होंने कहा कि हमारे ग्रुप में पाकिस्तान, अमेरिका, नीदरलैंड और नामीबिया हैं। आप कभी कोताही नहीं बरत सकते और पहली गेंद से ही अपने खेल के शीर्ष पर होना होगा। ये सभी टीमें काफी प्रतिस्पर्धी हैं और हर टीम बहुत अच्छी तरह से तैयार होकर आती है। मैं इटली को भी वहां देखकर काफी हैरान हूं। उम्मीद है कि यूरोप, अफ्रीका और यहां तक कि दक्षिण पूर्व एशिया से भी कई और टीमें देखने को मिलेंगी और आखिरकार हम यह देखेंगे क्योंकि खेल ने बड़ी छलांग लगाई है।

