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एक संकल्प यात्रा का शताब्दी संदेश

पुस्तक समीक्षा
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नागपुर में 1925 की विजयादशमी पर राष्ट्रप्रेम, एकता, समरसता और जीवटता के संगठन का जो बीज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूप में बोया गया था, वह आज सौ साल के वटवृक्ष के रूप में लहलहा रहा है। किसी ने तब कल्पना भी नहीं की थी कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के अथक प्रयासों से भारतीय समाज को आत्मसम्मान से जीने व एकता के सूत्र में पिरोने का जो अध्याय शुरू हुआ है, कालांतर में वह देश की शीर्ष सत्ता का मार्गदर्शक बन जाएगा। आज देश की कार्यपालिका का शीर्ष नेतृत्व इसी पाठशाला के संस्कार लेकर ही निकला है। देश-विदेश में शताब्दी वर्ष के मौके पर विशेष आयोजनों की शृंखला जारी है।

पिछले दिनों दिल्ली में संघ का एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें देश के प्रमुख समाचार पत्रों के संपादकों ने कई सत्रों में भागीदारी की। जिसके जरिये संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने संगठन की राष्ट्रीय मुद्दों पर सोच, कार्यक्रमों व भविष्य की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान समीक्ष्य पुस्तक संपादकों को प्रदान की गयी थी।

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संघ की शताब्दी यात्रा के अवसर पर पूरे देश में अनेक ग्रंथ व पुस्तकें प्रकाशित हो रही हैं। इसी कड़ी में ‘100 वर्ष संकल्प यात्रा : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ भी प्रकाशित हुई है। ‘पाञ्चजन्य’ के संपादक हितेश शंकर के संपादन में प्रकाशित इस पुस्तक में सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व सरकार्यवाह सुरेश जोशी से शताब्दी यात्रा के प्रसंगवश संघ की दृष्टि, चुनौतियां, राष्ट्रीय मुद्दों पर सोच और भविष्य की रणनीतियों पर सारगर्भित साक्षात्कार शामिल हैं।

इसके अलावा ‘एक प्रखर यात्रा’ खंड में मा.गो. वैद्य, रंगा हरि, डॉ. महेश चंद्र शर्मा, सजी नारायणन सी.के., मधुभाई कुलकर्णी, आयुष नादिम्पल्ली, डॉ. आमिता पत्की; ‘राष्ट्रीय जीवन पर प्रभाव’ खंड में जे. नंदकुमार, डॉ. बजरंगलाल गुप्ता, भगवती प्रकाश शर्मा, अतुल कोठारी, अमीर चंद, शरद राव ढोले, डॉ. प्रसन्न सप्रे, सुहासराव हिरेमठ, चम्पतराय, शेषाद्री चारी; ‘कार्य से आते सकारात्मक बदलाव’ खंड में गोपाल आर्य, रमेश पतंगे, शंकरलाल, श्रीधर पराडकर, डॉ. दिनेश कुमार, रवि कुमार अय्यर; ‘समर्पण के 100 वर्ष’ के अंतर्गत डॉ. मनमोहन वैद्य, सुनील आंबेकर, मुकुल कानिटकर तथा ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ : जैसा मैंने देखा’ शीर्षक खंड में न्यायमूर्ति के.टी. थॉमस, डेविड फ्रॉले व आरिफ मोहम्मद खान के गहन अनुभव से भरे लेख शामिल हैं।

संघ की दृष्टि, संगठन, सेवा प्रकल्प व भविष्य की योजनाओं को दर्शाती यह पुस्तक पठनीय है। संघ की विभिन्न गतिविधियों से जुड़ी ऐतिहासिक पुस्तक को रोचक बनाती है।

पुस्तक : 100 वर्ष संकल्प यात्रा : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संपादक : हितेश शंकर प्रकाशक : भारत प्रकाशन लिमिटेड, दिल्ली पृष्ठ : 235 मूल्य : रु. 599.

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