काव्य रचना ‘कलम का सिपाही’ के लेखक हैं सुंदर लाल ‘मंजू।’ सही मायनों में इस काव्य संकलन का नाम सिपाही की कलम होना चाहिए था। दरअसल, लेखक राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक के पद पर तैनात है। कभी शिक्षक बनना चाहा होगा। बीएड के साथ सेट व नेट परीक्षा उतीर्ण भी की। अब उनकी कलम शिक्षक है। पुलिस जैसे विभाग में भी उनकी कलम संवेदनशीलता से समाज की विसंगतियों को उजागर करती हुई प्रेरणा देती है। वे बेहद संवेदनशील इंसान हैं।
पुस्तक : कलम का सिपाही लेखक : सुंदर लाल ‘मंजू’ प्रकाशक : साहित्यागार, जयपुर पृष्ठ : 104 मूल्य : रु. 200.
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