अरुण नैथानी
‘चित्रपट संगीत में शास्त्रीय गायक और गायिकाओं का योगदान’ पुस्तक में डॉ. संदीप कुमार ने शास्त्रीय संगीत साधकों के ऋषिकर्म का उल्लेख किया है। फिरोजपुर स्थित देव समाज कालेज फॉर वुमन में संगीत विभाग में कार्यरत डॉ. संदीप की संगीत में बचपन से ही गहरी रुचि रही है, संगीत-विषयक अध्ययन ने इस रुचि को नये आयाम दिये।
सतत-साधना व निरंतर अभ्यास से शास्त्रीय संगीत के साधक अपना ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं, लेकिन वे बहुत कम ही फिल्मों की ओर रुख करते हैं। इसके बावजूद जिन सुरों को इन्होंने आवाज दी, वे कालजयी बनकर पीढ़ी-दर-पीढ़ी गुनगुनाए जाते हैं।
सारा जीवन संगीत साधना में लगाने वाले चुनिंदा चर्चित शास्त्रीय संगीत साधकों का जीवन परिचय, संगीत घराने, संघर्ष और उपलब्धियों का जिक्र पुस्तक में है। पुस्तक में शास्त्रीय संगीत साधक पंडित जसराज, पं. अजय चक्रवर्ती, प. छन्नूलाल मिश्रा, उस्ताद अमीर खान साहब, उस्ताद बड़े गुलाम अली खान, उस्ताद सुल्तान खान, पं. भीमसेन जोशी, पंडित राजन-साजन मिश्रा, पं. विनायक राव पटवर्धन, राशिद खान, पंडित अजय पोहनकर, उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान, फरीदुद्दीन डागर, बड़े फतेह अली खान, वसंत राव देशमुख पाण्डे, पं. डी.वी पलुस्कर के जीवन संघर्ष व सृजन का वर्णन है।
वहीं महिला सुर साधकों में शोभा गुर्टू, बेगम परवीन सुल्ताना, वाणी जयराम, किशोरी अमोनकर, शुभा मुद्गल, हीराबाई बड़ोदकर, शुभा जोशी, मणिक वर्मा, एम.एस शुभ लक्ष्मी व आरती अंकलेकर टिकेकर शामिल हैं। संगीत रसिकों के लिए पुस्तक पठनीय है।
पुस्तक : चित्रपट संगीत में शास्त्रीय संगीत गायक और गायिकाओं का योगदान लेखक : डॉ. संदीप कुमार प्रकाशक : सप्तऋषि पब्लिकेशन, चंडीगढ़ पृष्ठ : 84 मूल्य : रु. 160.