अरुण नैथानी
इरावती का बीसवां अंक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी प्रशासनिक अधिकारी व साहित्यकार महाराजा कृष्ण काव के सृजन के सरोकारों पर केंद्रित है। साहित्य-संस्कृति में दखल रखने वाले कुल 27 पुस्तकों के लेखक महाराजा काव के जीवन प्रसंगों और सृजन पर रचनाएं केंद्रित हैं। अंक में उनकी कविताएं, कहानियां, प्रहसन, व्यंग्य व रेखाचित्र शामिल हैं। वरिष्ठ साहित्यकार केशव द्वारा लिया गया साक्षात्कार व उनकी बहन आशा स्वरूप का संस्मरण ‘मेरे बड़े भाई साहब’ काव साहब के विलक्षण व्यक्तित्व को उभारता है।
पत्रिका : प्रगतिशील इरावती संपादक : राजेंद्र राजन प्रकाशक : गांव बल्ह, मौंही, हमीरपुर (हि.प्र) पृष्ठ : 92 मूल्य : रु. 200.