दोहे
बच्चों के अधिकारों की लड़ाई की प्रेरक गाथा
जयपुर : जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के मंच पर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी की आत्मकथा 'दियासलाई' का लोकार्पण हुआ। यह पुस्तक सत्यार्थी की जीवन यात्रा, उनके संघर्ष और दुनिया भर के बच्चों को शोषण से मुक्त करने...
नरेश कौशल लोकतंत्र के इस महाकुंभ का सबसे बड़ा सवाल यही है कि सत्ता की गंगा और विपक्ष की यमुना की उपस्थिति के बीच क्या विवेकशीलता की सरस्वती मौजूद है... जिस कर्मपथ पर आज देश की तरक्की, उपलब्धि व विकास...
धीरा खंडेलवाल ख्वाबों का एक्सरे कराया, कितने पूरे, रहे अधूरे, कितने टूट गए तिल-तिल, खर्चे का न हिसाब लगाया, जब मैंने ख्वाबों का एक्सरे कराया। अजब-गजब था यंत्र बंधुवर, बोला शून्य करो मन-गह्वर, अचल रुको और रोको सांस, भीतर बचे...