मनजीत ग्रेवाल की पुस्तक ‘हमारा देश और हमारे फर्ज’ में एक राष्ट्रवादी नागरिक की आदर्श सोच मुखरित हुई है। उनकी दिली आकांक्षा है कि देश तरक्की करे। उसके मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिये वे नागरिकों को कर्तव्यबोध से अवगत कराते हैं। वे देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों का मंथन करते हैं और उसके समाधानों का जिक्र भी करते हैं। उनका मानना है कि यदि देश के लोग तमाम संकीर्णताओं से मुक्त होकर राष्ट्रीय सरोकारों के प्रति ईमानदार रहें तो कोई कारण नहीं है कि देश तरक्की की राह पर तीव्र गति से न बढ़ सके। पुस्तक में संकलित लेखों में राष्ट्रीय मिशनों पर भी प्रकाश डाला गया है। साथ ही सामाजिक दायित्वों व समरसता की राह दिखायी है।
पुस्तक : हमारा देश और हमारे फर्ज लेखक : मनजीत ग्रेवाल प्रकाशक : सप्तऋषि पब्लिकेशन्स, चंडीगढ़ पृष्ठ : 108 मूल्य : रु. 150.