यश गोयल
सुपरिचित बाल साहित्यकार तरुण कुमार दाधीच ने बच्चों को वीरों और वीरांगनाओं के महत्व और योगदान से अवगत कराने के लिये ‘महीयसी पन्ना’ पर एक अनूठा बाल खण्ड काव्य लिखा है। इस किताब में राजस्थान के मेवाड़ (उदयपुर संभाग) की पन्ना धाय की वीरता, त्याग, बलिदान और ममता को लेखक ने बहुत ही सरल काव्य भाषा में सृजित किया है। तरुण ने पन्ना के सारगर्भित और संघर्षमय जीवन को अपने काव्य में क्रमबद्ध करते हुए महिमा, त्यागमूर्ति, उत्तराधिकारी, उदय की रक्षा, आश्रय, चित्तौड़ विजय, और राजतिलक शीर्षक-खण्डों में पिरोया है।
तरुण कहते हैं कि ऐसी प्रेरणादायक महीयसी पन्ना धाय का अध्ययन बालकों के लिये जरूरी है क्योंकि इससे उनमें त्याग, बलिदान, कर्तव्यनिष्ठा, देश-प्रेम, स्वामीभक्ति, करुणा, ममता आदि जीवन मूल्यों का विकास होगा। इतना ही नहीं, बच्चे अपनी संस्कृति और इतिहास के बारे में भी जान सकेंगे।
धाय का शाब्दिक अर्थ उस दाई मां से है जो नवजात को न केवल अपने आंचल देती है बल्कि उसे दुग्ध पान भी कराती है। गूर्जर वंश की पन्ना काे धाय का सम्मान तब मिला जब उसने सांगा और कर्मवती के नवजात कुंवर उदय को अपना दुलार और दूध पिलाया। विवाह के बाद पन्ना के अपना बेटा होता है। बहादुर शाह के हमले से जब चित्तौड़ संकट में आया और उदय की जान पर बन आयी तो उसे बनवीर से बचाने के लिये और मेवाड़ वंश की रक्षा के लिये पन्ना ने अपने बेटे (चंदन) को उदयसिंह का वेश धारण करा बनवीर को सौंप दिया। मद में चूर बनवीर ने चंदन के एक वार में टुकड़े कर डाले और मेवाड़ पर उसका राज हो गया।
इस लेखक ने पन्ना के शौर्य को लयमय शब्दों में लिखते हुए बताया है किस तरह उसने उदय सिंह की रक्षा करते हुए उसे उत्तराधिकारी बनाया, चित्तौड़ की विजय दिलायी और राजतिलक कराने में अपना योगदान दिया। कवि ने बहुत मार्मिक तरीके से कविता में बांधा है। चौंसठ पृष्ठ की किताब एक सांस में बहुत उत्सुकता से पढ़ी जा सकती है। ये पुस्तक बच्चों के लिये बहुत उपयोगी साबित होगी अगर इसे स्कूली पाठ्यक्रम में लिया जाये।
कवि ने पारंपरिक विषयों से हटकर राजस्थान के गौरवशाली और वीरतापूर्ण इतिहास को लयबद्ध किया है जो निश्चित रूप से श्रेष्ठ बाल साहित्य में स्थान लेगा। पेपर-बैक में इस किताब को बहुतायत में प्रकाशित कर सर्वप्रिय बनाया जा सकता है।
पुस्तक : महीयसी पन्ना : बाल खण्ड काव्य रचनाकार : तरुण कुमार दाधीच प्रकाशक : अनुपम प्रकाशन, उदयपुर पृष्ठ : 64 मूल्य : रु. 60.