‘शिक्षक दिवस की कहानियां’ शीर्षक रचना में रचनाकार ने छात्रों, शिक्षकों तथा अभिभावकों से जुड़े विभिन्न प्रसंगों की करीब सोलह कहानियां संकलित की हैं। निस्संदेह, आज समाज जिस संक्रमण से दौर से गुजर रहा है, उसका असर शिक्षक की प्रतिष्ठा, गुरु-शिष्य संबंध और शैक्षिक व्यवस्था पर भी पड़ा है। क्षरण के दौर में जीवन मूल्यों की सार्थकता की बात रचनाकार करता है। रचनाकार के शैक्षिक जीवन के अनुभव कहानियों को समृद्ध करते हैं। शायद पुस्तक का मूल्य सुधी पाठक को अखरे।
पुस्तक : शिक्षक दिवस की कहानियां लेखक : डॉ. मधुकांत प्रकाशक : लिटरेचर लैण्ड, नयी दिल्ली पृष्ठ : 120 मूल्य : रु. 495.
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