ज्ञानवर्धक बालकथाएं
वरिष्ठ बाल साहित्यकार, व्यंग्यकार एवं लघुकथाकार गोविंद शर्मा की नवीनतम कृति है ‘हवा का इंतजाम’ (बालकथा-संग्रह)। कृति में रंग-बिरंगी 17 बालकथाओं को स्थान मिला है जो मनोरंजक भी हैं और ज्ञानवर्धक भी। हर कथा कोई न कोई संदेश देती है।
‘हवा का इंतजाम’ और ‘बब्बू जी और मोबाइल’ नामक बालकथाओं में दादा-पोते का अटूट प्रेम दर्शाया गया है। एक अन्य बालकथा ‘जूते’ में भी प्रेम का तत्व मौजूद है। दोस्ती का भाव उजागर करने वाली बालकथाओं के शीर्षक हैं—चिंपू के सच्चे दोस्त, दोस्ती तथा हाथी पर ऊंच। ‘वनराज और गजराज’ में आपसी सहयोग की बानगी मिलती है। ‘चिंपू बन गया’ में बताया गया है कि हमें नाम की बजाय काम पर ही सदैव ध्यान देना चाहिए। ‘हौसले की उड़ान’ बालकथा में हौसला बनाए रखने को कहा गया है।
‘चूहागढ़ में चुनाव’ सकारात्मक सोच पर आधारित एक रोचक बालकथा है तो टांय-टांय फिश में बड़ी खूबसूरती के साथ हिम्मती होने पर बल दिया गया है। परीक्षा परी का उपहार में परीक्षा के भूत पर काबू पाने की ओर संकेत है। सच्चाई की नींव पर आधारित बालकथा है—वह सच बोला। ‘बुद्धि की तलाश’ से शिक्षा मिलती है कि प्रत्येक वाणी में बुद्धि होती है, जिसका सदुपयोग करना चाहिए।
‘बदल गया बदलू’ में पौधारोपण के महत्व को उभारा गया है। बाल-मनोविज्ञान पर खरी उतरने वाली इन बालकथाओं की भाषा सरल, सरस एवं बोधगम्य है। बच्चे इनको पढ़कर लाभान्वित हो सकेंगे।
पुस्तक : हवा का इंतजाम लेखक : गोविंद शर्मा प्रकाशक : साहित्यागार, जयपुर पृष्ठ : 80 मूल्य : रु. 200.