नव वर्ष मुबारक हिंदुस्तान। हर मुखड़े पर हो मुस्कान।
नव वर्ष की हो नव प्रभात, हो सबके लिए दाल-भात।
रात के बाद हो नव विहान। नव वर्ष मुबारक हो हिंदुस्तान।
छल कपट झूठ का मुंह काला, अहिंसा का हो बोलबाला,
पड़े छाला बोले कटु जुबान। नव वर्ष मुबारक हो हिंदुस्तान।
बाधा ना आए राहों में, मंजिल हो अपनी बाहों में,
हो निगाह में नव उड़ान। नव वर्ष मुबारक हिंदुस्तान।
नव रंग नव उमंग हो, नव तरंग नव प्रसंग हो,
सबको मौके मिले समान। नव वर्ष मुबारक हिंदुस्तान।
हर आंगन -आंगन गली गली, खुशियों की महके कली कली,
मिले रोटी कपड़ा और मकान। नव वर्ष मुबारक हिंदुस्तान।
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई, आपस में ना करें लड़ाई,
भाई भाई सा हो सम्मान। नव वर्ष मुबारक हिंदुस्तान।
– भूपसिंह ‘भारती’