शक्ति वर्मा
प्रेम को लेकर लाखों की संख्या में साहित्य की रचना हुई है। ये साहित्य न भौगोलिक सीमाओं में बंध पाये हैं और न ही भाषा बाधक बन पाई। धर्म और मज़हब की दीवार को तोड़कर हर युग में इस ढाई अक्षर पर साहित्य लिखा गया। कितनी भी विपरीत परिस्थितियां रही हों, प्रेम का जादू अपना रंग बिखेरता ही रहा है।
दुनिया की हर भाषा में और साहित्य की हर विधा में प्रेम पर ग्रंथ लिखे गए हैं और इसमें से कुछ कालजयी रचनाएं साबित हुई हैं। इनमें से कुछ ऐतिहासिक पात्र भी रचना के केंद्र में रहे हैं।
एलिफ शफाक का उपन्यास ‘द 40 रूल्स आफ लव’ में प्रेम की अलग-अलग तरह की अनुभूतियों का खजाना है। यह कहानी 13वीं शताब्दी के आध्यात्मिक गुरु और श्रेष्ठ शायर रूमी और एक अज्ञात विचित्र फकीर तबरेज शम्स के बीच के संबंधों पर आधारित ऐतिहासिक और आध्यात्मिक उपन्यास है।
पर्शियन शायर, इस्लामिक स्कॉलर जलालुद्दीन मोहम्मद रूमी के बारे में है। प्रेम केवल दो लोगों के बीच का मिलन नहीं है बल्कि यह आत्मिक मिलन है। प्रेम अलग-अलग तरीके से संतोष, प्रेरणा और खुशी प्रदान करता है।
इस उपन्यास में रूमी भी प्रेम की अलग-अलग परिभाषाएं देते हैं। चूंकि प्यार ही जीवन का सार और उसका उद्देश्य है, रूमी हमें याद दिलाते हैं कि प्रेम सबके जीवन में आता है। यहां तक कि उनके भी, जो उससेे दूर भागते हैं और उनके भी, जो ‘रोमांटिक’ जैसे शब्द से बचते हैं। आध्यात्मिक विकास, किसी विशिष्ट पहलू से चिपके रहने में नहीं, बल्कि अपनी चेतना की समग्रता में मौजूद होता है।
कहानी दो बिंदुओं पर चलती है। एला की कहानी 2008 की है जबकि रूमी की कहानी तेरहवीं शताब्दी की। एला के जरिये ही उपन्यास आगे बढ़ता है। एला के पास उसका पति, तीन बच्चे और एक सुंदर-सा घर है। उसके पास वह सब है, जिसके चलते उसके पास आत्मविश्वास और संतोष होना स्वाभाविक है। फिर भी एला के दिल में एक खालीपन होना स्वाभाविक है। ऐसा खालीपन जो पहले प्यार से भरा हुआ है।
एला जब तेरहवीं शताब्दी के सूफी कवि रूमी और शम्स तबरेज और उसके द्वारा बताए गए जीवन और प्रेम के चालीस नियमों से जुड़ी एक किताब की पांडुलिपि पढ़ती है तो उसे बहुत आश्चर्य होता है। वह उससे प्रेम कर बैठती है और चालीस की उम्र में अपने परिवार को छोड़कर उस किताब के रहस्यमयी लेखक से मिलने निकल पड़ती है।
कुल मिलाकर यह उपन्यास बताता है कि प्रेम के मार्ग में न उम्र बाधक है और न मजहब। ये सब कुछ समय के लिये बाधा बन सकते हैं लेकिन इन पर विजय पायी जा सकती है जैसे यह जानने के बाद भी कि एजाज कैंसर से पीड़ित है कुछ समय तक ही उसका जीवन है लेकिन वह उसके साथ रहने चली जाती है।
पुस्तक : द 40 रूल्स ऑफ़ लव लेखक : एलिफ़ शफ़ाक प्रकाशक : मंजुल पब्लिशिंग हाउस, भोपाल पृष्ठ : 431 मूल्य : रु. 450.