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फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र पर कुश्ती संघ का बड़ा एक्शन, 11 पहलवान निलंबित

हरियाणा के पहलवान दिल्ली के विभिन्न क्षेत्र का पता देकर फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनवा रहे हैं। भारतीय कुश्ती संघ के आग्रह पर दिल्ली नगर निगम के जन्म व मृत्यु पंजीकरण शाखा के सत्यापन की रिपोर्ट मेंं यह तथ्य सामने...
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हरियाणा के पहलवान दिल्ली के विभिन्न क्षेत्र का पता देकर फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनवा रहे हैं। भारतीय कुश्ती संघ के आग्रह पर दिल्ली नगर निगम के जन्म व मृत्यु पंजीकरण शाखा के सत्यापन की रिपोर्ट मेंं यह तथ्य सामने आया है। 125 सर्टिफिकेट की जांच में 11 फर्जी प्रमाण-पत्र सामने आए हैं, जिनमें से अकेले 4 पहलवानों ने रोहिणी के बेगमपुर का पता लिखा है। इन सभी 11 प्रमाण-पत्रों को फोटोशाप व दूसरे एप के जरिये छेड़छाड़ कर बनाया गया है। दिल्ली एमसीडी ने अपनी रिपोर्ट मेंं कहा है कि इन पहलवानों के सर्टिफिकेट उन्होंने जारी नहीं किए। संघ ने कार्रवाई करते हुए इन्हें निलंबित कर दिया है। साथ ही अन्य पहलवानों को भी चेतावनी दी है कि किसी ने ऐसा किया तो ठोस कार्रवाई होगी।
बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ की ओर से आयोजित प्रतियोगिताओं में सैकड़ों पहलवानों की ओर से जमा कराए गए जन्म प्रमाण-पत्र संदेह के घेरे में थे, क्योंकि इनमें से काफी सर्टिफिकेट जन्म के 10 से 15 साल बाद दिल्ली के विभिन्न जोन के एमसीडी कार्यालयों की ओर से जारी किए गए थे। इस पर भारतीय कुश्ती संघ ने ऐसे पहलवानों की सूची बनाई जिनके बर्थ सर्टिफिकेट शक के दायरे में थे। संघ ने दिल्ली नगर निगम की जन्म-मृत्यु पंजीकरण शाखा से इन सर्टिफिकेट की जांच कराने का आग्रह किया। इस पर पांच अगस्त को एमसीडी की रिपोर्ट में 95 सर्टिफिकेट ऐसे मिले हैं जो आवेदक के जन्म के 10 से 15 साल बाद जारी हुए हैं। वहीं 11 पहलवानों ने फर्जी सर्टिफिकेट बनवा कर संघ के कार्यालय मेंं जमा करवाए हैं। इनमें से छह सर्टिफिकेट नरेला जोन की ओर से, दो नजफगढ़ और रोहिणी, सिविल लाइन और सिटी जोन से एक-एक प्रमाण-पत्र जारी हुआ दिखाया गया है। दो अन्य पहलवानों के सर्टिफिकेट में पहलवानों का डाटा एमडीसी में नहीं मिला। इनमें से चार पहलवानों ने रोहिणी के गांव बेगमपुर के राजीव नगर का पता लिखा है, जबकि अन्य गांव ताजपुर कलां, कैर, बुध विहार, कृष्ण विहार, तोमर कॉलोनी बुराड़ी व रोहिणी का पता दिखाया है।
पहलवान दिल्ली में जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के नियम का गलत फायदा उठाकर दिल्ली से खेलने का प्रयास कर रहे हैं। यह गलत तरीका है। वहीं कई पहलवान उम्र अधिक होने के बाद छोटे आयु वर्ग मेंं खेलने के लिए जन्म प्रमाण पत्र का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं, लेकिन भारतीय कुश्ती संघ सभी सर्टिफिकेट की जांच करवा रहा है। गलत सर्टिफिकेट पाए जाने पर पहलवानों को निलंबित किया जा रहा है।
-संजय सिंह, अध्यक्ष, भारतीय कुश्ती संघ 
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