सीएम नायब सैनी ने केंद्र से क्यों नहीं मांगा मुआवजा : दुष्यंत
पूर्व मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ एवं जलभराव से प्रभावित किसानों को तुरंत पंजाब के समान मुआवजा मिलना चाहिए। दुष्यंत चौटाला ने हैरानी जताते हुए कहा कि प्रदेश में भारी बरसात से हालात बेहद खराब होने के बावजूद भी अब तक मुख्यमंत्री नायब सैनी ने केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग नहीं की है। उन्होंने कहा कि साल 2023 में पूर्व गठबंधन सरकार ने हरियाणा को बाढ़ग्रस्त राज्य घोषित किया था और केंद्र सरकार से मुआवजा लेकर बाढ़ पीड़ितों को तुरंत राहत पहुंचाई थी। बुधवार को दुष्यंत चौटाला भिवानी जिले में धनाना, मुंढाल व तालु आदि गांवों का दौरा करके जलभराव प्रभावित किसानों से मिले। दुष्यंत ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों को 15 हजार रुपए तक प्रति एकड़ मुआवजे देने की घोषणा सीएम नायब सैनी ने की है, जबकि पंजाब की खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद वहां के सीएम ने 20 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की घोषणा की है। हरियाणा के बेहतर आर्थिक हालातों के देखते हुए हरियाणा को भी पंजाब की तर्ज पर किसानों को मुआवजा देना चाहिए। साथ ही सरकार को पोर्टल प्रणाली से पहले 50 प्रतिशत मुआवजा किसानों के खातों में अभी डाल देना चाहिए। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि 15 लाख से ज्यादा एकड़ जमीन में नुकसान पहुंचा है। इस अवसर पर जितेंद्र शर्मा, कृष्ण बजीणा, राजबीर तालु, अजमेर सरपंच, रविंद्र पटौदी, ऋषिपाल फौगाट, सेठी धनाना, प्रदीप गोयल, फोर्ड धनाना, जगदीश धनाना, अवतार सांगवान सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूर्व डिप्टी सीएम ने रोहतक में भी दौरे के दौरान कहा कि जलभराव प्रभावित इलाकों में पंपिंग सेट न होने और बिजली बंद करवाने पर सरकार को घेरा। इस अवसर पर जिला प्रभारी ठेकेदार हरज्ञान मोखरा, जिलाध्यक्ष डॉ संदीप हूड्डा, प्रदेश कार्यालय सचिव रवींद्र सांगवान, जिला प्रवक्ता अजय कुमार, दलबीर भराण, राजेश सैनी, माहलेराम, मीना मकडोली, प्रेमलता, रमेश, रविंद्र बखेता आदि मौजूद रहे।