Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

कच्चे शेड से खुले में सड़क पर आया गेहूं

मंडियों में फसल की बेकद्री से मार्केट कमेटी की व्यवस्थाओं की खुली पोल : सिंधू
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
भिवानी में मंडी के बाहर सड़क पर कट्टे व खुले में पड़ा गेहूं। -हप्र
Advertisement

भिवानी, 3 मई (हप्र)

शुक्रवार अल सुबह आई बारिश से मंडी के बाहर कट्टे व खुले में पड़े गेहूं पूरी तरह भीग गया। यहां तक कि लिफ्टिंग न किए गए बैग भी बारिश में तर बतर हो गए। अब खरीद एजेंसी के संचालक बैगों को कच्ची भूमि से उठवाकर सीमेंट की बनी सड़क पर डाल रहे है। वहां तिरपाल आदि नहीं बिछाया गया है और बाइक व अन्य वाहन वहीं से गुजर रहे हैं।

Advertisement

ऐसे में उस गेहूं की गुणवत्ता बच पाना नाममुकिन है। जब इन बैगों को दोबारा भरा जाएगा तो सडक़ पर जमा मिट्टी व पक्की रोडिय़ां भी इनके साथ बैगों में पैक हो जाएंगी। जो कि बाद में राशन डिपो, स्कूलों में मीड-डे मिल और गरीबों के लिए भेजा जाएगा। यहां यह बताते चले कि अगर एक बार गेहूं भीग गया और दो तीन दिनों तक नमी बरकरार रही तो उसकी गुणवत्ता ही नहीं बल्कि वह काला पड़ने लगेगा।

प्रशासन की व्यवस्थाओं की खुली पोल : राजेश

मार्केट सोसयटी के पूर्व निदेशक एवं हरियाणा जागृति मोर्चा के अध्यक्ष राजेश सिंधू ने शनिवार को अनाज मंडी का निरीक्षण किया और मजदूरों से भीगे गेहूं की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने बताया कि फसलों की सरकारी खरीद से पहले अनाज मंडियों व खरीद केंद्रों पर पक्के चबूतरे बनवाए जाने चाहिए। अतिरिक्त शेडों का निर्माण होना चाहिए। ताकि मौसम खराब होने पर फसलों को वहां पर डाला जा सके, लेकिन बवानीखेड़ा का स्थानीय विधायक होने के बाद मंडी में गेहूं की बेकद्री हुई है। इससे साफ जाहिर है कि जन प्रतिनिधि इस तरफ कोई ध्यान ही नहीं दे रहा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जो गेहूं मंडियों में भीगा है। उस गेहूं को सही ढंग से पक्के प्लेटफार्म या तिरपाल आदि पर डाल सुखाए।

Advertisement
×