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हमें गणना नहीं, गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए : एडीजीपी

गुजविप्रौवि में हुआ 13वें युवा महोत्सव प्रबोधिनी का आगाज गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि) में शुक्रवार को 13वां विश्वविद्यालय स्तरीय युवा महोत्सव ‘प्रबोधिनी’ रंगारंग अंदाज में आरंभ हुआ। यह तीन दिवसीय आयोजन विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप खेल स्टेडियम...

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हिसार के गुजविप्रौवि में शोभा यात्रा में शामिल मुख्यातिथि अरशिंदर सिंह चावला, कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई एवं अन्य। -हप्र
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गुजविप्रौवि में हुआ 13वें युवा महोत्सव प्रबोधिनी का आगाज

गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि) में शुक्रवार को 13वां विश्वविद्यालय स्तरीय युवा महोत्सव ‘प्रबोधिनी’ रंगारंग अंदाज में आरंभ हुआ। यह तीन दिवसीय आयोजन विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप खेल स्टेडियम में प्रारंभ हुआ।

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उद्घाटन समारोह में हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन के निदेशक डॉ. अरशिंदर सिंह चावला, आईपीएस मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. विजय कुमार विशिष्ट अतिथि रहे।

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इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ उनकी धर्मपत्नी मीनू चावला, विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डॉ. वंदना बिश्नोई, कुलसचिव की धर्मपत्नी रजनी शर्मा तथा डीएसडब्ल्यू प्रो. एमके. शर्मा भी उपस्थित रहे। अपने संबोधन में डॉ. अरशिंदर सिंह चावला ने कहा कि वर्तमान समय में हमें गणना नहीं, बल्कि गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए।

युवाओं में अपार ऊर्जा और क्षमता है, जिसे सही दिशा में लगाकर उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि अनुशासन सफलता का आधार है और जीवन की चुनौतियों का सामना दृढ़ता एवं निश्चय से करना चाहिए। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि इस युवा महोत्सव में 26 संबद्ध महाविद्यालयों तथा यूटीडी के कुल 2200 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

प्रतिभागी संगीत, नृत्य, नाट्य, ललित कला एवं साहित्यिक विधाओं की 46 विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। डीएसडब्ल्यू प्रो. एम.के. शर्मा ने कहा कि यह मंच विद्यार्थियों को अपनी सृजनशीलता व अभिव्यक्ति दिखाने का अवसर देता है।

सात मंचों पर हुए युवा महोत्सव के कार्यक्रम

पहले दिन सात मंचों पर प्रतियोगिताएं हुईं। महाराणा प्रताप स्टेडियम में कल्चरल प्रोसेशन और उद्घाटन के बाद क्लासिकल डांस सोलो व कोरियोग्राफी हुई। मेन हॉल में वन एक्ट प्ले (संस्कृत), मिमिक्री और माइम, जबकि मयूर रंगमंच पर हरियाणवी ऑर्केस्ट्रा, फोक इंस्ट्रूमेंटल और स्वांग की प्रस्तुतियां दी गईं।

सेमिनार हॉल शिक्षण खंड-4 में वेस्टर्न वोकल, ग्रुप सॉन्ग और फोक सांग हरियाणवी जैसे कार्यक्रम हुए। सीआरएस हॉल में क्विज, पोएट्री रीसाइटेशन (हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, हरियाणवी व उर्दू) तथा ललित कला प्रतियोगिताएं जैसे पेंटिंग, मेहंदी, रंगोली और फोटोग्राफी का आयोजन हुआ।

विद्यार्थियों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सामाजिक व राष्ट्रीय मुद्दों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया। शनिवार को महोत्सव के दूसरे दिन हरियाणवी नृत्य, स्किट, वाद-विवाद, शास्त्रीय संगीत तथा मिट्टी के मॉडलिंग जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।

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