ढाणियों तक पहुंचा पानी, किसानों ने लंबी-अबोहर सड़क की जाम
ड्रेनेज विभाग पंजाब व मैकेनिकल विंग में तालमेल की कमी से लंबी हलके के दशकों से सेमग्रस्त गांवों के लिए खतरा बढ़ गया है। सफाई न होने से 3 सेम नालों के ओवरफ्लो से गांव पंजावा डूबने की आशंका है। दो हफ्तों से खेतों की ढाणियों तक पानी पहुंच चुका है। दर्जनों एकड़ धान में सवा 2 फीट पानी जमा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने नहरी पुल पर धरना देकर लम्बी-अबोहर रोड जाम कर दिया। बता दें कि यह गांव राजस्थान नहर व सरहिंद फीडर किनारे बसा है, जहां से पंजावा-रोड़ांवाली, सरहिंद फीडर टोह व राजस्थान फीडर टोह ड्रेन गुजरते हैं। धरनारत ग्रामीणों सोहन सिंह, इंद्रजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, पुष्पिंदर सिंह, केहर सिंह, मल्ल सिंह, साहिब सिंह, सुखविंदर सिंह, महल सिंह, महावीर सिंह और जरनैल सिंह ने बताया कि सफाई न होने से सेम नालों का पानी ओवरफ्लो कर ढाणियों व फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि ड्रेनेज विभाग की सुस्त कार्रवाई से फसल बर्बाद हो रही है, बाहरी ढाणियों तक पानी पहुंच गया है, पर सफाई न होने से निकासी रुकी है।
ढाणी निवासी दविंदर सिंह ने बताया कि पानी घर की दीवारों तक आ गया है, जलस्तर 8–10 इंच और बढ़ा तो घर डूब जाएगा। उसकी 5 एकड़ धान की फसल डूबकर काली पड़ रही है, अगली गेहूं बुवाई भी संकट में है। विभागीय जानकारी के अनुसार अमृतसर मैकेनिकल डिवीजन की मशीन वहाबवाला ड्रेन की सफाई कर रही थी, लेकिन स्थानीय सबडिवीजन ने अत्यधिक बारिश के मद्देनजर मिडूखेड़ा क्षेत्र की सफाई के निर्देश दिए, लेकिन मैकेनिकल विंग ने मनमर्जी से मशीन गांव चन्नू भेज दी, जहां काम के दौरान वह सेम नाले में गिरकर बंद हो गई और 15 दिन तक सफाई कार्य रुका रहा।
मैकेनिकल डिवीजन की मनमानी से बिगड़ी स्थिति
एसडीओ पवन कुमार बिश्नोई ने कहा कि विभाग स्तर पर प्रयास जारी हैं। उनके अनुसार अमृतसर मैकेनिकल डिवीजन की मनमानी से पंजावा में स्थिति बिगड़ी है, जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। लंबी के नायब तहसीलदर गुरदीप सिंह ने किसानों से बातचीत करके जाम खुलवा दिया व सफाई केलिए एक मशीन भेज दी।